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माघ मेलाः नियमित अंतराल पर ड्रोन करेगा कार्यों की निगरानी, 20 दिसंबर तक फाइनल टच देने का निर्देश

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). माघ मेला 2022-23 को सकुशल एवं निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए मेला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा बुधवार को प्रमुख सचिव, नगर विकास अमृत अभिजात ने की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा कमिश्नर विजय विश्वास पंत एवं अन्य संबंधित अधिकारियों ने अब तक की गई जानकारी पर प्रकाश डाला।

विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की बिंदुवार समीक्षा करते हुए अमृत अभिजात ने किसी भी दशा में मेले में लगाई जा रही सामग्री की गुणवत्ता से समझौता नहीं करने का निर्देश दिया। टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से आबद्ध वेंडरों के कार्यों का मजिस्ट्रेट लेवल पर निरंतर निगरानी करने को कहा है, साथ ही सभी कार्यों को 20 दिसंबर से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए।

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प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा भूमि आवंटन के संबंध में उन्होंने सुझाव दिया है कि आवंटन के लिए एक मैट्रिक्स तैयार कर लें जिससे कि भूमि की वजह से संस्थाओं में आपस में भिड़ंत होने की संभावना कम की जा सके। इसी क्रम में प्रमुख सचिव (नगर विकास) ने मेला क्षेत्र में कराए जा रहे विभिन्न कार्यों का सत्यापन ड्रोन के माध्यम से कराने के निर्देश दिए हैं और प्रत्येक 23 दिन में कार्यों में कितनी प्रगति हुई है, इसकी जानकारी ड्रोन के माध्यम से की जाएगी।

माघ मेला क्षेत्र को पॉलिथीन फ्री बनाने के दृष्टिगत जो कार्य किए जा रहे हैं, उसके संबंध में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पत्तल के रूप में एक विकल्प प्रमोट करने का निर्देश दिया है। उन्होंने तर्क भी दिया कि यदि लोगों को विकल्प नहीं दिया जाएगा तो मेले को पॉलिथीन फ्री बनाना संभव नहीं हो पाएगा। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ भारत अवार्ड हेतु माघ मेला क्षेत्र का भी सर्वे कराने पर जोर दिया जोकि अपने आप में एक अनूठी पहल होगी।

बैठक में मेला प्रशासन द्वारा इस बार के आकर्षण, जिनमें वेंडिंग जोन में एकरूपता, 500 बेड की डॉरमेट्री के बारे में भी उन्हें अवगत कराया गया। साथ ही माघ मेला खत्म होने के पश्चात भी वहां पर शौचालय एवं बिजली की व्यवस्था बनाई रखी जाएगी, इसके बारे में भी बताया गया।

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