National Highway: आपसी तालमेल हो तो नगर पंचायत का भी नाला टिकाऊ है!
पुराने नाले से कम चौड़ा बनवाया जा रहा नया नाला, बरसात के दिनों में होगी दिक्कत, चेयरमैन ने खड़े किए सवाल
प्रयागराज (राहुल सिंह). आपसी तालमेल, जानकारी और सहमति न होने के कारण सरकार के करोड़ों रुपये पानी में बह जाते हैं। एक विभाग के द्वारा निर्माण करवाया जाता है तो चंद महीने या दिन बाद दूसरा विभाग उसे खोदकर फिर से बनवाने पहुंच जाता है। नगर पंचायत कोरांव में कुछ ऐसी ही स्थिति एनएच135सी (NH135C) के निर्माण में देखने को मिल रही है।
NH135C यमुनापार के नगर पंचायत कोरांव के बीच से गुजरता है। इन दिनों NH135C के निर्माण के साथ जलनिकासी के लिए नाला बनवाया जा रहा है। इस हाईवे पर नगर पंचायत प्रशासन की तरफ से काफी काम करवाया गया है, जिसमें नाला निर्माण भी प्रमुख कार्य है। नगर पंचायत प्रशासन ने NH135C के किनारे (बीते पंचवर्षीय में) डेढ़ से दो मीटर चौड़ा (स्थान की उपलब्धता के अनुसार) नाले का निर्माण करवाया था, ताकि कस्बावासियों को बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या न झेलनी पड़ी। इस नाले की अनुमानित अवधि 25-30 साल होती है।
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दूसरी तरफ इन दिनों NH135C पर नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया के द्वारा सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है, जिसमें नाला निर्माण भी शामिल है। एनएच के द्वारा जो नाला बनवाया जा रहा है, वह महज एक मीटर चौड़ा है, इसे बरसात के दिनों में निश्चित रूप से लोगों को जलभराव की समस्या से दो-चार होना होगा। इस पूरे मामले को लेकर कस्बे के अनूपकुमार मिश्र के संबंधित विभाग को संबोधित करते हुए शिकायतकी गई। आईजीआरएस पोर्टल पर हुई शिकायत के जवाब में लोनिवि ने अपना पक्ष रखा।
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NHAI द्वारा नगर पंचायत क्षेत्र में मनमानी तरीके से हो रहे सड़क और नाले के निर्माण के संबंध में चेयरमैन ओमप्रकाश केशरी ने NHAI के प्रोजेक्ट मैनेजर को बुलवाया और बातचीत की। प्रोजेक्ट मैनेजर को नगर पंचायत द्वारा पूर्व में बनवाए गए नालों को दिखाया गया और बताया गया कि एनएच के द्वारा करवाए जा रहे निर्माण से मार्केट की सड़क और संकरी हो जाएगी, जिससे जाम की स्थिति और भी भयावह हो सकती है। इस दौरान चेयरमैन कोरांव ने NHAI के उच्चाधिकारियों से फोन पर बात की और उच्चाधिकारियों को यथास्थिति से अवगत कराया गया।
स्थलीय निरीक्षण और सत्यापन के पश्चात प्रोजेक्ट मैनेजर ने विभागीय उच्चाधिकारियों को यह बताया गया की जिस स्थिति में नाला है, उसमें बिना तोड़ फोड़ के उक्त नाली को सड़क का किनारा मानते हुए सड़क का निर्माण किया जाएगा। चेयरमैन के द्वारा की गई बातचीत से अधिकारी संतुष्ट नजर आए और उसी मानक के अनुरूप सड़क बनाने पर सहमति बनी। इस दौरान NHAI के प्रोजेक्ट मैनेजर दिनेश पटेल, ठेकेदार, चेयरमैन ओमप्रकाश केशरी, सभासद राजकुमार केशरी, मुस्तफा गांधी, सभासद प्रतिनिधि निशांत केशरी, विजय जायसवाल और व्यापारी राजेश केशरी नेता, गोपाल, अनूप केशरी, बबलू केशरी, प्रदीप केशरी, मंगला, राकेश, संतलाल जायसवाल, शमसाद खान विनय चौरसिया इत्यादि लोग शामिल रहे।
इस मामले को लेकर एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर दिनेश सिंह पटेल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन से वार्ता की जाएगी। उच्चाधिकारियों का जैसा निर्देश होगा, उसी के अनुसार कार्य कराया जाएगा। किसी भी प्रोजेक्ट मंत्रालय से पास होता है। यहां के मामले में यदि नाला का निर्माण चौड़ा किया जाना होगा तो नाले की चौड़ाई बढ़ाई जा सकती है।