अतीक और अशरफ की हत्या के बाद UP में हाई अलर्ट, 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड, जांच आयोग गठित
लखनऊ/प्रयागराज (आलोक गुप्ता). प्रयागराज में मीडिया के सवालों का जवाब देते समय हुई अतीक अहमद व अशरफ की हत्या के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सीएम आवास के साथ-साथ उमेशपाल के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। घटना के बाद तत्काल सीएम योगी आदित्यनाथ ने 5 कालीदास मार्ग पर आपातकालीन बैठक की। पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन का निर्देश दिया। दूसरी तरफ अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की सुरक्षा में लगाए गए 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजीपी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने का भी निर्देश दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में लगातार पुलिस गश्त कर रही है। इसके अलावा रिजर्व फोर्स को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। अनावश्यक रूप से लोगों से घर सेबाहर नहीं निकलने को कहा गया है।
प्रयागराज में हुई घटना के बाद पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रयागराज में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। घटनास्थल के साथ-साथ शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। घटनास्थल पर प्रयागराज पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी बल की तैनाती भी की गई है। डीजीपी आरके विश्वकर्मा, स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार पूरे मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। फिलहाल प्रयागराज में दोहरे हत्याकांड से अफरा-तफरी के हालात बने हुए हैं। जनपद में धारा 144 प्रभावी कर दी गई है।
मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या |
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बताते चलें कि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित अतीक अहमद और अशरफ चार दिन की पुलिस कस्टडी में थे। शनिवार को तीसरे दिन धूमनगंज थाने में एटीएस ने अतीक व अशरफ से हथियारों की तस्करी के बारे में पूछताछ की थी। रात लगभग साढ़े दस बजे जब दोनों को रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। उसी दरम्यान मीडियाकर्मी बनकर तीन हमलावर बाइक से आए और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
माफिया अतीक अहमद को 29 मार्च, 2023 को उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अतीक के साथ दोषी करार दिए गए दिनेश पासी और सौलत हनीफ को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जबकि अतीक के भाई अशरफ समेत अन्य आरोपियों को दोष मुक्त करार दिया गया था। माफिया अतीक अहमद के ऊपर अब तक सौ से अधिक मामले दर्ज हुए थे, लेकिन पहली बार किसी मुकदमे में उसे दोषी ठहराया गया था। अतीक अहमद पर पहला मुकदमा चार दशक पहले दर्ज किया गया था।