प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इमाम हुसैन के पैगाम के साथ बुधवार को मोहर्रम की दसवीं का जुलूस निकाला गया। जनपद के ग्रामीणांचल के साथ-साथ पुराने शहर के करेली, खुल्दाबाद, अटाला, नूरउल्ला रोड, घंटाघर, जीरो रोड, जानसेनगंज समेत कई इलाकों में दसवीं के मौके पर ताजिया का जुलूस निकाला गया। या अली… या हुसैन का नारा बुलंद करते हुए युवाओं-बच्चों की भीड़ ताजिया को कांधा देने केलिए बेताब दिखी।
इस दौरान रास्ते भर अलग-अलग तंजीमों के द्वारा पानी, शरबत का इंतजाम किया गया था। कई स्थानों पर लंगर चलाया गया। इस दौरान लोगों पर पानी की बौछार भी की गई। ग्रामीणांचल में नैनी, करछना, जारी, डांडी, भारतगंज, शंकरगढ़ समेत अन्य क्षेत्रों में ताजिया का जुलूस निकाला गया।
सुरक्षा के निमित्त पुलिस-प्रशासन के द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी सभी संवेदनशील इलाकों में भारी फोर्स के साथ जमा रहे। ताजिया के जुलूस के मद्देनजर शहरी क्षेत्र में कई स्थानों पर रूट डायवर्जन किया गया था। जबकि ग्रामीणांचल में जुलूस की वजह से कुछ-कुछ स्थानों पर आवागमन भी प्रभावित रहा। नगर पंचायत शंकरगढ़ क्षेत्र में भी ताजिया का जुलूस पूरे अकीदत के साथ निकाला गया। शंकरगढ़ पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। थाना प्रभारी जुलूस के शुरू होने से करबला पहुंचने तक मौजूद रहे।
मान्यता है कि अब से 1400 साल पहले मोहर्रम के महीने की 10 तारीख को पैगंबर मोहम्मद के नाती इमाम हुसैन को शहीद किया गया था। इमाम हुसैन की याद में ही मोहर्रम की 10 तारीख को ताजिया निकाला जाता है। मोहर्रम की दसवीं पर सिया समुदाय के लोग मातम करते हैं और काले वस्त्र पहन कर इमाम हुसैन के प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करते हैं।
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