अब तक कितना स्मार्ट हुआ हमारा प्रयागराज, अध्ययन दल ने की समीक्षा
दिए सुझाव- सीधे जनता से जुड़े मामलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सलाह भी जरूरी
जनकल्याणकारी योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय से कराएं पूराः निगम संयुक्त समिति
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). स्मार्ट शहर बनने की दिशा में अग्रसर प्रयागराज कितना स्मार्ट (Smart City Project) हुआ और कितना नहीं, इसकी समीक्षा की गई। बुधवार को सर्किट हाउस सभागार में संयुक्त समिति (2022-2023) की प्रथम उपसमिति के प्रथम अध्ययन दल ने हालातों की जानकारी ली। समिति के संयोजक जय कुमार सिंह ‘जैकी’ की अध्यक्षता में हुई बैठक में सिटी ट्रांसपोर्ट, स्मार्ट सिटी लिमिटेड, विद्युत वितरण निगम, आवास एवं विकास परिषद, औद्योगिक विकास निगम, पर्यटन विकास, प्रोजेक्ट्स कार्पोरेशन, मंडल विकास, राजकीय निर्माण निगम, सेतु निगम, जल निगम, समाज कल्याण, लघु उद्योग, महिला कल्याण विभाग के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की गई। इस दौरान बैठक सेगायब रहे अफसरों से स्पष्टीकरण भी तलब किया गया।
राजकुमार सिंह और समिति के सदस्यों ने Smart Prayagraj की स्मार्ट सड़क, वाटर ट्रीटमेंट व रिसाइकिलिंग प्लांट, स्मार्ट क्लास रूम, पब्लिक बाइक शेयरिंग, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शामिल स्कूलों में खेल सुविधाएं, लाइट एंड साउण्ड शो, बस शेल्टर, ग्रीन स्पेस डेवलपमेंट, डिजिटल लाइब्रेरी, पेंट माई सिटी की समीक्षा की और स्मार्ट सड़क की ड्राइंग, डिजाइनिंग, प्लानिंग व अभी तक कितना कार्य हुआ है, की विस्तार से जानकारी ली। रेन वाटर हार्वेस्टिंग को स्मार्ट सिटी के तहत शामिल करने का भी निर्देश दिया।
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जैकी ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों से कहा, जिन गांवों में विद्युतीकरण नहीं हुआ है,वहां गरीब परिवारों को सौभाग्य योजना से आच्छादित कराएं। 1000 से अधिक आबादी वाले गांवों में जर्जर तारों को हटाकर केबिल लगाएं। उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाए।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनता से जुड़े हुए मुद्दों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सलाह लेकर ही कार्य करवाएं। राजकीय निर्माण निगम के कार्यों की समीक्षा में प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय में निर्माण कार्यों का लेखाजोखा तलब किया और समिति के सदस्यों से स्थलीय निरीक्षण को कहा। जल जीवन मिशन की समीक्षा में कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर से जानकारी ली। कहा, जहां कार्य पूरा हो चुका है, वहां का स्थलीय सत्यापन करवाएं।
संयुक्त समिति के संयोजक ने कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य जनकल्याणकारी एवं लाभार्थींपरक योजनाओं का क्रियान्वयन कराना है। सभी कार्य योजनाबद्ध तरीके से करवाए जाएं। इस अवसर पर समिति के सदस्य प्रभात कुमार वर्मा, राहुल राजपूत (राहुल लोधी), सरिता भदौरिया, देवेंद्र निम, कीरत सिंह, जीतेंद्र सिंह सेंगर, डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह, संग्राम सिंह, महेंद्र नाथ यादव के साथ डीएम संजय कुमार खत्री, सीडीओ गौरव कुमार, एसीएम (प्रथम) गणेश कनौजिया व संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।