रामगढ़ धाम में निकली कलश यात्रा, हर-हर महादेव के उद्घोष संग शिवपुराण कथा शुभारंभ
पौराणिक शिवनगरी में 21 दिनों तक चलेगी शिवपुराण कथा
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). शंकरगढ़ के ऐतिहासिक और पौराणिक रामगढ़ धाम सोमवार से शिवपुराण कथा से गुलजार हो गया है। शिवभक्तों ने सोमवार को 21 दिवसीय कथा के शुभारंभ के मौके पर भव्य कलश यात्रा निकाली। रामगढ़ धाम से निकली कलश यात्रा ओसा गांव होते हुए सोनवर्षा गांव पहुंची, जहां लोगों ने कलश यात्रा का स्वागत किया। इसके पश्चात कलश यात्रा रामगढ़ गांव होते हुए रामगढ़ धाम पहुंचकर समाप्त हुई।
विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सावन के महीने में शिव महापुराण कथा का आयोजन रामगढ़ धाम के महंत संत नंदलाल महाराज के सानिध्य में क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से किया जा रहा है। संत नंदलाल महाराज बताया कि रामगढ़ धाम भगवान श्रीराम के वन गमन की यादों को समेटे हुए हैं। जब भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास को चले थे, तब गंगा नदी पार करने के बाद गींज पहाड़ी होते हुए रामगढ़ धाम आए थे। यहां पर उन्होंने शिवलिंग की स्थापना कर पूजन-अर्चन किया था।
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उन्होंने बताया कि रामगढ़ धाम में स्थित भोले बाबा का जिस भी भक्त ने श्रद्धा से पूजन-अर्चन किया, उसकी मनोकामना पूर्ण हुई है। उन्होंने बताया सावन के महीने में प्रतिवर्ष सुबह 4:00 बजे से ही शिव भक्तों का तांता लग जाता है, जो देर शाम तक चलता रहता है। संत नंदलाल महाराज ने बताया कि सोमवार को कलश यात्रा के बाद मंगलवार से कथावाचक पंडित अरुण मिश्र के द्वारा शिव महापुराण का कथा वाचन 21 दिनों तक किया जाएगा। इन दिनों में प्रतिदिन आने जाने वालों शिव भक्तों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई है।
सुबह सभी भक्तों को चाय और नाश्ता दिया जाएगा। दोपहर में भोजन दिया जाएगा और शाम को पुनः चाय दी जाएगी। इसके बाद रात्रि में भोजन दिया जाएगा। उन्होंने बताया यह सब क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से संपन्न होता है। कलश यात्रा में रामगढ़ धाम के बाबा मालकी दास, बाल्मीकि दास, पवन दास, बालक दास, मोहनदास, किशुन दास सहित दर्जनों संतों के अलावा क्षेत्र के इंद्रभान सिंह, विजय सिंह, सचिन सिंह, प्रेम कुमार, सुनीता देवी, हरि गोपाल, वीरेंद्र कुशवाहा आदि शामिल रहे।
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