प्रयागराज (राहुल सिंह). जनपद के दक्षिण-पूर्व में स्थित कोरांव ब्लाक मुख्यालय का सामुदायिक शौचालय बदहाल पड़ा हुआ है। जबकि, ब्लाक मुख्यालय पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय लोग पहुंचते हैं। ब्लाक आने वाले लोगों की सहूलियत केलिए ब्लाक मुख्यालय पर सामुदायिक शौचालय बनवाया गया, लेकिन भवन खड़ा करवाने के बाद इस ओर जैसे देखा ही नहीं गया।
मौजूदा समय में इस शौचालय का मुख्य द्वार झाड़ियों से घिरा हुआ है। अंदर वाश बेसिन तो मिली, लेकिन पानी नदारद रहा। यही हाल यूरिनल का है। यूरिनल के लिए लगाए गए पॉट गायब दिखे। कुछेक वॉश बेसिन भी गायब थी। ऐसा प्रतीत हुआ, जैसे इसका इस्तेमाल कभी नहीं किया जाता।
रोशनी के लिए सामुदायिक शौचालय में बिजली की व्यवस्था की गई है। अंडरग्राउंड वायरिंग करवाई गई है, तार खींचे गए हैं, बोर्ड भी लगाया गया है, लेकिन जिस प्लेट पर स्विच लगती है,वही गायब है। ब्लाक मुख्यालय पर होने के बावजूदइसका कितना ख्याल रखा जाता है, यह इसे देखने के बाद आसानी से समझा जा सकता है।
कोरांव तहसील में कुल 278 ग्राम हैं। ब्लाक मुख्यालय पर इतने ही गांवों के लोगों का अक्सर आना-जाना लगा रहता है। ब्लाक के शौचालय की यह दयनीय स्थिति तब है, जब पूरे जनपद में संचारी रोगों सेबचाव केलिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है और इस अभियान काप्रमुख घटक स्वच्छता और साफ-सफाई ही है।
सामुदायिक शौचालय को किनारे रख दें तो ब्लाक मुख्यालय की भी बहुत ठीक स्थिति नहीं है। कार्यालयों में रखी फाइलों पर धूल जमा है। आफिस की गंदगी और कार्यशैली ऐसा नहीं बताती कि यहां पर कुछ बदला है। इस मामले में बीडीओ से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं होपाया है।