World Piles Day: बवासीर से बचने के लिए अपनाएं तनावमुक्त, व्यवस्थित जीवनशैली
चंद्रा हेल्थ केयर हॉस्पिटल में विश्व पाइल्स दिवस पर निशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). अव्यवस्थित जीवनशैली व खानपान से लोग बवासीर (पाइल्स) के रोगी बन रहे हैं। बीमारी का पता चलने पर भी लोग डॉक्टर को दिखाने में संकोच करते हैं। शुरुआती स्तर पर इसे छिपाते हैं। बाद में मुश्किलें बढ़ जाती हैं। असहनीय दर्द और रक्तस्राव होने पर डॉक्टर के पास पहुंचते हैं। World Piles Day के मौके पर डा. अंशुमान मिश्रा ने बताया कि बवासीर आम बीमारी हो चुकी है। उपलब्ध आंकड़े कहते हैं कि 35 वर्ष या अधिक की उम्र का हर दूसरा व्यक्ति बवासीर का शिकार हो रहा है। 75 फीसदी लोगों को कभी न कभी इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
डा. अंशुमान मिश्रा ने बताया कि बवासीर जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है। हमारी जीवनशैली अव्यवस्थित हो रही है। भागमभाग की जिंदगी में न खाने के लिए समय है और न सोने के लिए। यही बीमारी का प्रमुख कारण है, साथ ही अत्यधिक तनाव, फास्ट फूड का सेवन करने से कब्ज की समस्या होती है। पानी कम पीने से भी समस्या होती है।
डा. मिश्र ने बताया कि देश में महिलाओं की स्थिति अधिक खराब है। महिलाएं बवासीर की समस्या को छुपाए रहती हैं। जब समस्या बहुत बढ़ जाती है तो ऑपरेशन के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचता है। दवाई व छोटे प्रयास असफल हो जाते हैं।
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डा. अंशुमान मिश्रा ने बताया कि बवासीर के शुरुआती लक्षणों में गुदा में खुजली होना, मल में खून आना, शौच करते समय मस्से बाहर निकलने का अनुभव होना है। इस समस्या से बचने के लिए सभी ‘एफ फार्मूला’ को दिनचर्या में शामिल कर इस समस्या से काफी हद तक बच सकते हैं। इसके लिए फाइब युक्त सेब, पपीता, केला, दाल व जौ का सेवन करें। फ्लूड में हर रोज 3 से 4 लीटर पानी का सेवन करें और फिटनेस के लिए नियमित 40 मिनट व्यायाम जरूर करें।
इसके अलावा तीन मिनट से ज्यादा टॉयलेट में न बैठें। टॉयलेट शौच आने पर ही जाएं। टॉयलेट में मोबाइल का इस्तेमाल न करें। नॉनवेज और रेड मीट का सेवन न करें। तेज मिर्च-मसाले का सेवन न करें।
विश्व पाइल्स दिवस के मौके पर चंद्रा हेल्थ केयर सेंटर में निशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें 32 मरीजों को निशुल्क परामर्श एवं दवाइयां दी गईं और इससे बचाव के लिए उचित उपाय भी बताए गए। डॉ. मिश्र ने बताया कि मधुमेह रोगियों को प्रत्येक सोमवार को चंद्रा हेल्थकेयर सेंटर, भदोही में मुफ्त परामर्श दिया जाता है। इस अवसर पर ड. निलेश दुबे, नाड़ी एवं क्षारसूत्र विशेषज्ञ, संतोष कुमार मिश्र (निदेशक चंद्रा निदान केंद्र), डा. सौम्य मिश्रा (वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ), डा. एके यादव (हड्डी एवं दर्द रोग विशेषज्ञ) एवं हॉस्पिटल के समस्त स्टाफ का सहयोग रहा।