पूर्वांचल

10 फरवरी से घर-घर पहुंचेगी फाइलेरिया की दवा, जरूर करें सेवन

10 फरवरी से 27 फरवरी तक राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता के लिए जिलाधिकारी ने की बैठक

फाइलेरिया रोधी दवा अल्बेंडाजोल का वितरण व सेवन सुनिश्चित कराने के लिए डीआईओएस, बीएसए, डीपीओ को निर्देश

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). 10 फरवरी से 27 फरवरी के मध्य चलाए जानेवाले राष्ट्रीय फाइलेरिया (Filaria) उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता के लिए आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बैठक की। सीएमओ डा. संतोष चक ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। फाइलेरिया का लक्षण हाथ व पांव की सूजन (हाथीपांव व हाइड्रोसिल) है। किसी व्यक्ति को संक्रमण के बाद बीमारी होने में 5 से 15 वर्ष तक लग सकते हैं।

जिला फाइलेरिया अधिकारी डा. राम आसरे ने बताया कि 10 फरवरी से 27 फरवरी तक राष्ट्रीय फैलेरिया उन्मूलन अभियान कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिसमें सप्ताह में बुधवार व शनिवार, रविवार को छोड़कर दवा खिलाने वाली दो सदस्यीय टीम प्रत्येक व्यक्ति को अपने सामने खिलानी है। सिर्फ गर्भवती महिला, दो वर्ष के नीचे के बच्चे, अति बीमार/गंभीर को दवा का सेवन नहीं करना है। खाली पेट दवा नहीं खानी है, भोजन, नाश्ता करने के बाद ही दवा खाएं।

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सीएमओ ने बताया कि सभी सीएचसी पर पर्याप्त दवा उपलब्ध करा दी गई है। जनपद में 1450 से अधिक टीमें इस अभियान में लगायी गई है। प्रत्येक छह टीम पर एक पयर्वेक्षक नियुक्ति किए गए हैं। प्रत्येक टीम को प्रतिदिन 25 से 30 घरों का भ्रमण करनी है और 125 से 130 व्यक्तियों को दवा दिखानी है। चूंकि यह एक लाइलाज बीमारी है, इस लिए इससे बचाव ही सर्वोत्तम तरीका है।

विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है, हमारी पूरी आबादी में 10 प्रतिशत लोगों के रक्त में फाइलेरिया के परिजीवी पाए जाते है। सिर्फ एक प्रतिशत लोगों में हाथ या पाव या अंडकोष या महिलाओं के स्तन में सूजन दिखती है। बाकी नौ प्रतिशत छिपे रोगी हैं, जो लक्षण रहित है। परन्तु रोग फैलाने में अहम भूमिका निभाते है। क्यूलेक्स मच्छर के काटने से यह बीमारी रोगी से स्वस्थ्य व्यक्ति तक पहुंचती है और लंबे समय 5-7 वर्ष बाद ग्रसित रोगी को स्थाई रूप से विकलांग बना देती है।

जिलाधिकारी गौरांग राठी ने निर्देशित किया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए गठित सभी टीमें व संबंधित विभाग गंभीरता से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। शिथिलता व लापरवाही बरतने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने फैलेरिया रोधी दवा अल्बेंडाजोल के वितरण व सेवन सुनिश्चित कराने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किए कि वह सभी विद्यालयों व शिक्षकों को इस कार्य के लिए निर्देशित करें।

उन्होंने जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया कि राशन वितरण के दौरान सभी कोटेदार फाइलेरिया से संबंधित बैनर एवं पोस्टर को अपने गांव की आशा से प्राप्त कर अपने दुकान पर लगाएं। बैठक में प्रभारी सीडीओ श्यामजी, सीएमएस राजेंद्र कुमार, डा. संजय तिवारी, डीआईओएस, डीपीओ, डा. जसप्रीत कौर मौजूद रहीं।

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