गोकाष्ठ की बिक्री कर गोशालाओं को बनाएं स्वावलंबीः नोडल अधिकारी
नोडल अधिकारी प्रेमप्रकाश सिंह ने दूसरे दिन भी किया गोशालाओं का निरीक्षण
टीम बनाकर निराश्रित गोवंशों की संख्या की गणना करवाने का निर्देश
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). जनपद के नोडल अधिकारी व श्रम व सेवायोजना विभाग के विशेष सचिव प्रेम प्रकाश सिंह ने जनपद भ्रमण के दूसरे दिन हमीदपट्टी, चीनी मिल समेत कई गोशालाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। सीएमओ व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भ्रमण गोशालाओं का निरीक्षण करने पहुंचे प्रेमप्रकाश सिंह ने निराश्रित गोवंशों की गणना करवाने और आश्रय स्थलों को छायादार बनाने का निर्देश दिया।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश उपाध्याय के साथ स्थलीय निरीक्षण करते हुए नोडल अधिकारी प्रेमप्रकाश सिंह ने केंद्र संचालकों, मजदूरों व आसपास के ग्रामीणों से भी जानकारी जुटाई। गर्मी के दिनों में पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में हरा चारा, पानी, भूसा इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने का निर्देश देते हुए नोडल अधिकारी ने कहा कि सड़क पर इधर-उधर घूमने वाले निराश्रित पशुओं को स्थानीय गोशाला के सुपुर्द किया जाए। गोशाला में लाए जाने वाले मवेशियों के सेहत की जांच की जाए। उनकी ईयर टैगिंग करवाई जाए। इसके साथ ही सभी कार्यों का रजिस्टर हर समय दुरुस्त किया जाए।
सीवीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि पशुओं के इलाज और खान-पान में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मवेशियों की गणना के लिए प्रत्येक विकास खंड में टीम बनाकर ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर संरक्षण की कार्य योजना बनाएं। तहसील एवं विकास खंड स्तरीय समिति की प्रत्येक माह बैठक कराएं और इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दें।
इसके अलावा सभी गोशालाओं को स्वावलंबी बनाने की कार्ययोजना तैयार किए जाने के साथ-साथ गोकाष्ठ मशीन एवं गोकाष्ठ (उपली/कंडी) की बिक्री नियमित रूप से की जाए। उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि चारागाह की भूमि का चिन्हांकन करते हुए गोशालाओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। वृहद गो संरक्षण केंद्र में सुरक्षा के लिए प्रांतीय रक्षा दल (पीआरडी) के जवानों की ड्यूटी लगाई जाए।
भ्रमण के दौरान नोडल अधिकारी ने हमीदपट्टी, चीनी मिल आदि में उपलब्ध सुविधाओं का रजिस्टर से मिलान भी किया। लंबित बजट के भुगतान के लिए उन्होंने संबंधित प्रभारियों से जानकारी ली। नोडल अधिकारी ने निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना की जानकारी देते हुए इसके क्रियान्वयन पर जोर दिया। नोडल अधिकारी ने गोआश्रय स्थलों पर विभिन्न रजिस्टरों, भूसा स्टाक, गायों की उपस्थिति, चारा सुपुर्दगी, चिकित्सा पंजिका का अवलोकन किया।