लोक अदालतः बैंक के 491 मामले निस्तारित, 3.67 अरब रुपये की वसूली निर्धारित
41031 मामलों का निस्तारण, आपराधिक प्रकरणों में 1319238 रुपये का अर्थदंड वसूला
जिला जज ने किया उद्घाटन, कहा- लोक अदालत में न किसी की हार होती और न जीत
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). जनपद न्यायालय परिसर में रविवार को आयोजित लोक अदालत (National Lok Adalat) में कुल 41031 मामलों का निस्तारण किया गया, साथ ही आपराधिक मामलों में 1319238.00 रुपये का अर्थदंड वसूला गया। जिला जज बिजेंद्र कुमार शैलत की अध्यक्षता में आयोजित लोक अदालत में कुल 50944 मामले निस्तारण के लिए आए थे। इसके पूर्व लोक अदालत (National Lok Adalat) का शुभारंभ जिला जज ने मां सरस्वती कीप्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप जलाकर किया।
जिला जज ने कहा लोक अदालत (National Lok Adalat) विवादों के निस्तारण का सबसे सस्ता और सरल साधन है, इसके माध्यम से मामले तेजी से निस्तारित होते हैं। इसमें न तो किसी की हार होती है और न ही जीत और मामले अंतिम रूप से निस्तारित कर दिए जाते हैं। इस लोक अदालत में सक्सेशन के मामले में 5555879.00 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाणपत्र निर्गत किया गया। इसके अलावा बैंक प्री लिटिगेशन (pre litigation) के मामलों में 3672300000.00 रुपये समझौता धनराशि तय की गई।
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जिला जज बिजेंद्र कुमार शैलत ने दो, प्रधान न्यायाधीश (परिवार न्यायालय) कुलदीप कुमार ने 20, पीठासीन अधिकारी शैलेष कुमार तिवारी ने 10 मामलों का निस्तारण किया। लोक अदालत के अध्यक्ष पवन कुमार तिवारी ने एक, जिला जज प्रथम शैलोज चंद्रा ने 133, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सहीबा खातून ने 3534 मामले निपटाए। इसी क्रम में सिविल जज आरिफ अंसारी ने 11, साधना गिरि ने 723, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरिकिरन कौर ने 87, न्यायिक मजिस्ट्रेट तरुणिमा पांडेय ने 502, शहनवाज अमद ने 451, सिविल जज वर्णिका शुक्ला ने 15 अपर सिविल जज अविनाश रंजन ने 351, मेघा चौधरी ने 152, कमलेश कुमारी ने 106 मामले और सिविल जज विजय चौधरी ने 102 मामलों का निस्तारम किया। बैंक प्री लिटिगेशन के कुल 491 मामले निस्तारित किए गए और प्रशासनिक व राजस्व के कुल 27556 मामलों को निस्तारित करते हुए 465949 रुपये का अर्थदंड वसूला गया।