संघर्ष समिति का संघर्ष जारीः सुरियावां को मिले तहसील का दर्जा
सुरियावां/भदोही. सुरियावां को तहसील बनाए जाने की मांग अभी भी अधूरी है। सालों से की जा रही मांग को लेकर तहसील निर्माण संघर्ष समिति की बैठक हुई, जिसमें सुरियावां को तहसील बनाए जाने की मांग फिर से उठाई गई।
समिति के संरक्षक अशोक सिंह व अध्यक्ष दिनेश यादव दादा ने संयुक्त रूप से कहा, सुरियावां और अभोली विकास खंड को मिलाकर के आबादी लगभग तीन लाख के आसपास है। दो थाना, तीन पुलिस चौकी, चार महाविद्यालय, नगर पंचायत सुरियावां, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेलवे स्टेशन सुरियावां, मोढ, सराय कंसराय के अलावा इसमें करीब 800 गांव आते हैं।
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अशोक सिंह व दिनेश यादव ने कहा वर्तमान में भदोही तहसील है, जो सुरियावां और दुर्गागंज के लास्ट बॉर्डर गांव जौनपुर व प्रयागराज जनपद से सटी है। जिसकी तहसील से दूरी 40 किलोमीटर है। क्षेत्र के गरीब, व्यापारी, किसान, अधिवक्ता, छात्र आदि सभी सुरियावां तहसील न होने से परेशान हैं। तहसील निर्माण संघर्ष समिति की स्थापना तहसील बनाने के लिए दिनांक पांच जून 2001 को की गई थी और 20 वर्षों से सुरियावां को तहसील बनाने की मांग अनवरत जारी है।
वक्ताओं ने कहा कि सुरियावां को तहसील बनाए जाने की मांग को और तेज किया जाएगा। इसके लिए डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य के साथ-साथ सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिलकर मांग उठाई जाएगी। इस मौके पर प्रवेश मौर्य, सुखराज गौतम, देवराज यादव, नीतीश कुमार, दिलीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार गुप्ता, रोहित कुमार प्रजापति, गिरजा शंकर गौतम, संजय सोनी, नितेश कुमार, विमलेश, सुरेंद्र मौर्य, अनिल यादव मौजूद रहे।