भदोही (संजय मिश्र). महर्षि वाल्मीकि की तपस्थली व लवकुश की जन्मस्थली सीतामढ़ी में लवकुश मेला एवं आखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेला का आयोजन सात जुलाई से किया जा रहा है।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेला के अध्यक्ष मुन्नालाल पांडेय ने बताया कि रविवार को पूरे विधि-विधान से राष्ट्रीय रामायण मेले का आगाज किया जाएगा। लवकुश जन्मोत्सव के मौके पर यह मेला नौ दिवसीय होता है। 15 जुलाई को मेले का समापन किया जाएगा।
डीघ ब्लाक के पौराणिक स्थल सीतामढ़ी में अखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेला (नौ दिवसीय) का शुभारंभ सात जुलाई से 15 जुलाई तक होना सुनिश्चित हुआ है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा पूजन एवं व्यासपीठ का पूजन रविवार को किया जाएगा। रविवार से ही प्रातः एवं शाम को रामकथा का रसपान श्रोताओं को मिलना प्रारंभ हो जाएगा।
रामकथा में चक्र सुदर्शन पीठ के पीठाधीश्वर श्रीहरि प्रपन्नाचार्य हरिहरानंद महाराज, मानस कोविद डा. मदन मोहन मिश्र, मानस कोकिला सुधा पांडेय, स्वामी शिवरामाचार्य महाराज एवं लोकनाथ महाराज के मुखारविंद से रामकथा की सरिता बहेगी। प्रवचन सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम के समय तीन बजे से छह बजे तक संपन्न होगा।
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