गो-आश्रय स्थलों से स्थानीय लोगों को दिए जाएं गोवंश
भदोही (संजय सिंह). मुख्य विकास अधिकारी डा. शिवाकांत द्विवेदी ने सोमवार को गो-आश्रय स्थलों केविकास की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. डीपी सिंह ने आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई।
प्रत्येक ब्लाक में कम से कम एक वृहद गो संरक्षण केंद्र स्थापित करने के लिए कम से कम एक हेक्टेयर भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के संबंध में एसडीएम व बीडीओ को सीडीओ ने निर्देशित किया। गौआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के लिए हरा चारा उगाने के लिए गोचर / अतिक्रमण युक्त भूमि को इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया। कब्जामुक्त कराई गई जमीनों को गोआश्रय स्थलों से संबद्ध कराने पर जोर दिया।
वर्ष 2021-22 में दर्ज गंभीर आडिट आपत्तियों को दूर कराने का निर्देश देते हुए सीडीओ ने कहा, टेंडर केजरिए भूसा खरीदने के लिए जनपद स्तर पर कमेटी का गठन किया जाए। गोआश्रय स्थल में संरक्षित गोवंशों के पोषण के लिए समय से डिमांड अपलोड करने का निर्देश दिया गया।
इसके अलावा समस्त गोआश्रय स्थलों में ग्राम पंचायत निधि से सोलर लाइट लगवाने, मुख्य मार्ग से मेन गेट तक तथा मेन गेट से चरही तक खड़ंजा-सीसी रोड बनाने पर भी विचार-विमर्श कया गया। भूसा गोदाम और बाउंड्री वाल की व्यवस्था पर जोर दिया गया। सीडीओ ने कहा, यदि कोई ग्रामीण गोआश्रय स्थल से किसी मवेशी को पालन केलिए लेना चाहे तो उसे सहर्ष दिया जाए।
सीएम पोषण योजना में ग्रामीण परिवारों के चिन्हित कुपोषित परिवार को दूध देने वाली गाय देनेकी व्यवस्था बनाई जाए। संबंधित अधिकारी समय-समय पर कार्यों और गो आश्रय स्थल का नियमित निरीक्षण करें और अपडेट से अवगत कराएं। गो आश्रय स्थल पर किसीभी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए।
सीडीओ ने कहा, पशुओं का शव निस्तारण व्यवस्थित तरीके से कराया जाए। साफ-सफाई, हरा चारा, पानी का पर्याप्तइंतजाम हो। बैठक में उपायुक्त मनरेगा राजाराम, डीडीओ ज्ञान प्रकाश, उपनिदेशक कृषि डा. अश्विनी सिंह, बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह, डीआईओ डा. पंकज कुमार, सभी बीडीओ, पशु डाक्टर मौजूद रहे।
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