The live ink desk. डीआरडीओ ने सबसे हल्के फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल (FHAP) से युक्त एक बुलेट प्रूफ जैकेट (BPJ) विकसित किया है। इस जैकेट को दो कॉन्फ़िगरेशन – इन-कंजंक्शन-विथ (आईसीडब्ल्यू) और एफएचएपी (FHAP) के स्टैंडअलोन – में विकसित किया गया है।
इस बुलेट प्रूफ जैकेट को डीआरडीओ की परियोजना के तहत डिजाइन और विकसित किया गया है। इसके उत्पादन के लिए डीआरडीओ (DRDO) की प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (TOT) नीति और प्रक्रिया के अनुसार विकसित प्रौद्योगिकी को भारतीय उद्योगों को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
लोकसभा में यह जानकारी देते हुए रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने शुक्रवार को बताया कि यह बुलेट प्रूफ जैकेट नये डिजाइन पर आधारित है, जिसमें नवीन मैटेरियल के साथ-साथ नई प्रक्रियाओं का उपयोग किया गया है। यह जैटेक बीआईएस मानक 17051 के आधार पर बनाया गया सबसे हल्का ( स्तर 6) है
मध्यम आकार वाले जैकेट का वजन लगभग 10.1 किलोग्राम है, जो ऑपरेशन के दौरान पहनने में काफी आरामदायक होगा। इस जैकेट में अन्य सुविधाओं के साथ-साथ क्विक रिलीज मैकेनिज्म (QRM) को जोड़ा गया है। आज की तारीख में यह बुलेट प्रूफ जैकेट भारतीय सशस्त्र बलों/सीएपीएफ के जवानों को 7.62×54 आरएपी/एपीआई राउंड के अधिकतम संभावित खतरे से बचाएगा।