Seminar: असंतुलित खाद-बीज के इस्तेमाल से बचें अन्नदाता
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). बुधवार को मां गंगा-यमुना गार्डन, नारीबारी में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में विशेषज्ञों द्वारा किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन, उवर्रक का कम से कम इस्तेमाल करने बुवाई, सिंचाई और निराई के तौर-तरीके समझाए गए।
अवध ट्रेडर्स के अवध बिहारी सिंह द्वारा आयोजित कृषक संगोष्ठी में दयाल ग्रुप के अधिकारी एएसएम अजय पांडेय, एएसओ विवेक कुमार सिंह एवं विशेषज्ञों द्वारा किसानों को कब, कैसे कितना बीज-खाद-पानी-दवा का प्रयोग करना है, विस्तार से समझाया गया।
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दयाल ग्रुप द्वारा असली खाद-बीज की पहचान करना बताया, साथ ही किसानों के द्वारा पूछे गए सवालों का भी जवाब दिया। विशेषज्ञों ने कहा, पौधों में बीज, मिट्टी और हवा के माध्यम से रोग लगते हैं। अगर किसान भूमिशोधन, बीजशोधन करते हुए हवा के माध्यम से आए कीटाणुओं को स्प्रे के माध्यम से समाप्त करेंगे तो फसल अच्छी पैदा होगी।
किसानों को असंतुलित खाद का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अवध बिहारी सिंह ने संगोष्ठी में आए किसानों का आभार जताया। इस मौके पर किसान रघुवर दयाल सिंह, जगत नारायण चतुर्वेदी, प्रधान मवैया संतोष सिंह, अनंदे सिंह, अभयराज सिंह, अमर बहादुर सिंह, दयाशंकर द्विवेदी, सरदार सिंह, राजाराम चतुर्वेदी, राजेंद्र सिंह, राघवेंद्र सिंह, ग्राम प्रधान सतपुरा प्रदीप मिश्र, बारा विधायक प्रतिनिधि मिथिलेश पांडेय, धीरेंद्र मिश्र, संजीव पांडेय मौजूद रहे।