The live ink desk. भारतीय वायु सेना (IAF) का एक दल, जिसमें मिग-29, जगुआर और सी-17 शामिल हैं, ओमान में ईस्टर्न ब्रिज अभ्यास में भाग लेने के लिए तैयार है। यह अभ्यास का सातवां संस्करण है, जो 11 से 22 सितंबर, 2024 तक ओमान के मसीरा एयर बेस पर आयोजित हो रहा है।
यह द्विपक्षीय अभ्यास रॉयल ओमान एयरफोर्स और भारतीय वायु सेना के बीच आपसी क्रियाशीलता बढ़ाने का प्रयास है और दोनों टीमों को रणनीतिक सहयोग और परिचालन तत्परता को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किए गए संयुक्त प्रशिक्षण मिशनों में शामिल होने का एक मंच प्रदान करेगा।
ईस्टर्न ब्रिज VII अभ्यास का उद्देश्य सामरिक और परिचालन कौशल में सुधार करना, आपसी समझ को बढ़ावा देना और विभिन्न परिदृश्यों में प्रभावी ढंग से सहयोग करने की दोनों वायु सेनाओं की क्षमता को बढ़ाना है।
इस अभ्यास में जटिल हवाई युद्धाभ्यास, हवा से हवा और हवा से जमीन पर होने वाले ऑपरेशन और लॉजिस्टिक समन्वय शामिल होंगे, जो दोनों देशों की बदलती रक्षा आवश्यकताओं और रणनीतिक हितों को दर्शाते हैं।
रॉयल ओमान एयरफोर्स और भारतीय वायु सेना के बीच स्थाई साझेदारी को रेखांकित करते हुए, यह अभ्यास क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को उजागर करता है। इस व्यापक प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्राप्त साझा विशेषज्ञता और परिचालन अनुभव से भाग लेने वाली टीमों के लाभांवित होने की आशा है।