The live ink desk. इजरायल-हमास की जंग में कूदे लेबनान के चरमपंथी संगठन को भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पेजर, वाकी टॉकी विस्फोट, सोलर पैनल व रेडियो में धमाके के बाद हिज़्बुल्लाह ने इज़रायली क्षेत्र में बड़े हमले की तैयारी कर ली थी। एक हजार से ज्यादा राकेट लांचर तैयार थे।
हिजबुल्ला की तरफ से यह राकेट लांचर हवा में उड़ पाते, उससे ठीक पहले ही इज़रायल ने एयर स्ट्राइक कर लेबनान में 1,000 से ज़्यादा रॉकेट लांचर्स को धुआं-धुआं कर दिया, इस हमले में कई आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है, जिसमें हिजबुल्ला का एक कमांडर अकील भी शामिल बताया जा रहा है।
आईडीएफ ने एक पोस्ट में बताया कि “हमले के समय, अकील और राडवान बलों के कमांडर एक आवासीय इमारत (दहिया जिले में) के नीचे छिपे हुए थे। इस दौरान आतंकियों ने स्थानीय लेबनानी नागरिकों को ढाल बना रखा था। इस हमले के बारे में आईडीएफ के प्रवक्ता आरएडीएम डैनियल हगारी ने इब्राहिम अकील के अलावा राडवान कमांडरों के खात्मे के बारे में जानकारी दी है।
दूसरी तरफ, इस एयर स्ट्राइक में हिजबुल्ला की तरफ से कमांडर अकील के मौत की पुष्टि नहीं की गई है। लेबनान के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक हमले में नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि पांच दर्जन से अधिक घायल हैं। कई इमारतें जमीदोज हो गई हैं।
बताते चलें कि इब्राहिम अकील जिहाद काउंसिल के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुका है। अमेरिका ने 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास और अमेरिकी मरीन कोर की बैरकों पर हुए आतंकवादी हमलों में शामिल होने पर उस पर प्रतिबंध लगाया था। इस हमले में 300 लोग मारे गए थे।
बताते चलें कि मंगलवार और बुधवार को लेबनान में हिजबुल्लाह के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे पेजर और वाकी टाकी, रेडियो में विस्फोट हुए थे, जिसमें 37 लोगों की मौत हुई थी, जबकि तीन हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। हालांकि अलग-अलग रिपोर्ट में यह संख्या भिन्न है। हिजबुल्ला ने इसी हमले के बाद इजरायल पर राकेट दागने कीतैयारी की थी, लेकिन उसके राकेट उड़ पाते, उससे पहले ही इजरायल ने लेबनान केबेरूत में धुआं-धुआं कर दिया।