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बेहद डरावना है गंगा की बाढ़ से तबाही का मंजरः खेत, रास्ते डूबे, गांवों में घुसा पानी

छेछुआ, भुर्रा गांव में तेजी से हो रही कटान, गंगेश्वरनाथ मंदिर, महर्षि बाल्मीकि घाट और उड़िया बाबा आश्रम सीतामढ़ी में आई बाढ़ से बढ़ रहा खौफ

कोइरौना/भदोही (संजय मिश्र). सहायक नदियों और बांध से छोड़े जाने वाले पानी के कारण गंगा नदी उफान पर है। गंगा का बढ़ता जलस्तर अब कछार से ऊपर गांवों तक पहुंचने लगा है। विकास खंड डीघ क्षेत्र के आधा दर्जन गांव बाढ़ की जद में आ गए हैं। उक्त गांवों की कई हेक्टेयर फसल डूब चुकी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में यह क्षेत्र बेहद संवेदनशील है। जिला प्रशासन ने बाढ़ से उत्पन्न हुई प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

डीघ के गांव बसगोती, मवैया, कलिक मवैया, हरिरामपुर, तुलसीकला, धनतुलसी, भभौरी, छेछुआ, भुर्रा, इटहरा, गजाधरपुर, कुड़ीखुर्द, मवैया थानसिंह, दुगुना गांव की तराई इलाके की हजारों बीघे अरहर व बाजरे की फसल को बाढ़ के पानी ने नष्ट कर दिया है। इटहरा गांव स्थित बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर तक बाढ़ का पानी हिलोरें मार रहा है। हरिरामपुर गांव का शिवमंदिर पानी से घिर गया है।

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उधर, छेछुआ, भुर्रा, गजाधरपुर, मवैयाथानसिंह, हरिरामपुर में तीव्र गति से जमीन कटकर गंगा में समाहित हो रही है। कटान की स्थिति बेहद भयावह और डरावनी है। हरिरामपुर गांव से डेंगुरपुर घाट की ओर जाने वाला खड़ंजा मार्ग व वहां स्थित मोटरसाइकिल रिपेयरिंग दुकान के पास एक फीट ऊंचाई तक पानी लग गया है। हरिरामपुर गांव में बस्ती की ओर पानी घुसने लगा है। बीती रात हरीरामपुर, तुलसीकला व गजाधरपुर गांव के अंदर जाने वाला पीडब्ल्यूडी पिच मार्ग पर भी पानी आ गया। तुलसीकला गांव में भारी जल प्लावन की खबर है। बाढ़ के पानी ने सैकड़ों बीघे बाजरे की फसल बर्बाद कर दिया है।

तटवर्ती के हजारों हेक्टेयर खेत जलमग्नः बारीपुर गांव के तटवर्ती इलाकों के लगाई गई धान की दर्जनों हेक्टेयर खेत में लबालब पानी भर गए हैं। सीतामढ़ी स्थित महर्षि बाल्मीकि घाट की पक्की सीढ़ियां गंगा के पानी में लगभग डूब गई हैं। सीतामढ़ी स्थित उड़िया बाबा आश्रम तीन तरफ से गंगा के पानी से बुरी तरह घिर गया है। उड़िया बाबा घाट वाला रास्ता डूब गया है तो रास्ता वाला गेट तक पानी पहुंच गया है। रामजानकी मंदिर के पास पानी पहुंच गया है। कोनिया क्षेत्र के कई गांवों में नालों, बंधों आदि में गंगा के बाढ़ का पानी घुसने लगा है। फुलवरिया, बारीपुर, कलिंजरा गांव के नालों बंधों में रौद्र रूप धारण कर चुकी गंगा का पानी घुस रहा है।

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बारी मल्लाह बस्ती के किनारे पहुंचा पानीः बारीपुर मल्लाह बस्ती के बिल्कुल समीप तक पानी पहुंच गया है। छेछुआ में कटान तेज है, तो बस्तियों के समीप पानी पहुंच गया है। गांव में बने सामुदायिक शौचालय भी पानी से घिर चुका है। गंगा का पानी धनतुलसी, मुस्लिम बस्ती के समीप पहुंच गया है। डीघ तलवां में फसलें बर्बाद होने के कगार पर हैं। कलिक मवैया गांव की लोहार बस्ती, धोबी बस्ती व कुर्मी बस्ती में पानी घुसने को बेताब दिख रहा है। तो बसगोती मवैया के ठाकुर बस्ती से पानी थोड़ी दूर है। गांवों में कटान बेहद तीव्र हो गई है। उधर, सेमराध घाट पर गंगा का पानी महज आधा दर्जन सीढ़ियों के नीचे है।

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