The live ink desk. केन्या में टैक्स बिल को लेकर चला आ रहा विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया है। टैक्स का बोझ बढ़ाए जाने से नाराज लोगों ने मंगलवार को संसद परिसर में घुसकर हमला किया और संसद भवन के एक हिस्से में आग लगा दी। नैरोबी में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस से तीखी झड़प हुई, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई है।
पूर्वी अफ्रीकी देश केन्या में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच भारत ने अपने नागरिकों से अत्यंत सावधानी बरतने की सलाह दी है। केन्या में स्थित भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को एक्स पर एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि मौजूदा स्थिति तनावपूर्ण है। केन्या में सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अनावश्यक आवाजाही को प्रतिबंधित करने और स्थिति साफ होने तक विरोध और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी गईहै।
भारतीय उच्चायोग ने कहा कि केन्या में रहने वाले भारतीय नागरिक अपडेट के लिए स्थानीय समाचार, मिशन की वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल का अवलोकन करते रहें। भारत सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रदर्शन में ज्यादातर युवाओं का गुट शामिल है। संसद में हिंसा के दौरान सांसदों को अंडरग्राउंड टनल के रास्ते बाहर निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने संसद के परिसर में तोड़फोड़ भी की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की सौतेली बहन और केन्याई एक्टिविस्ट औमा ओबामा भी उन प्रदर्शनकारियों में शामिल थीं, जिन पर मंगलवार को नैरोबी में संसद भवन के बाहर प्रदर्शन के दौरान आंसू गैस छोड़ी गई।
गौरतलब है कि जिस बिल के खिलाफ केन्या में उग्र प्रदर्शन हो रहा है, वह मई में पेश किया गया था। ज्यादातर सांसद इस बिल के समर्थन में हैं। उनका मानना है कि यह सरकारी कामों को पूरा करने के लिए जरूरी है। राजस्व बढ़ाने पर होने वाली कमाई से सरकार विकास के जरूरी कार्यों को पूरा करती है। इससे देश के ऊपर कर्ज का बोझ भीकम होगा। मंगलवार को इस बिल पर हुई वोटिंग के दौरान 195 में से 106 सांसदों ने इसके पक्ष में वोट किया। फिलहाल प्रदर्शन कोदेखते हुए राष्ट्रपति रूटो ने सेना को तैनात करने की घोषणा की है।