ताज़ा खबरभारतराज्य

अरहर, चना और उड़द दाल की कीमतों में गिरावट, फुटकर विक्रेताओं को हिदायत

The live ink desk. भारतीयों के भोजन की थाली के प्रमुख घटक दाल की कीमतों में चार फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। चना, तुअर (अरहर) और उड़द की दाल की कीमतों में कमी आने की जानकारी उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने दी।

विभाग की सचिव निधि खरे ने बताया कि बीते एक महीने के दौरान देश की प्रमुख मंडियों में चना, तुअर (अरहर) और उड़द की कीमतों में चार फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, खुदरा कीमतों में ऐसी कोई गिरावट नहीं देखी गई है। कहा, थोक मंडी की कीमतों और खुदरा कीमतों के बीच अंतर से ऐसा लगता है कि फुटकर विक्रेता ज्यादा मुनाफा के फेर में कीमतें कम नहीं कर रहे हैं।

खरे ने आगे कहा कि खरीफ, दलहन की बुआई की प्रगति अच्छी है। सरकार ने प्रमुख खरीफ दलहन उत्पादक राज्यों में अरहर और उड़द के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए हैं, जिसमें नेफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का वितरण शामिल है। कृषि विभाग सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य कृषि विभागों के साथ निरंतर संपर्क में है।

मंत्रालय के मुताबिक, उपभोक्ता मामलों के विभाग ने मंगलवार को भारतीय खुदरा विक्रेता संघ (RAI) के साथ बैठक की और दाल के मुद्दों पर चर्चा हुई। मौजूदा मूल्य परिदृश्य और खरीफ संभावना को ध्‍यान में रखते हुए सचिव निधि खरे ने खुदरा उद्योग से कहा कि वे दालों की कीमतों को उपभोक्ताओं के लिए किफायती बनाए रखने के सरकार के प्रयासों में हर संभव सहायता प्रदान करें।

सचिव खरे ने बताया कि बड़े खुदरा विक्रेताओं सहित सभी स्टॉकहोल्डिंग संस्थाओं की स्टॉक स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निर्धारित सीमा का उल्लंघन न होने पाए। स्टॉक सीमा का उल्लंघन, बेईमान सट्टेबाजी और बाजार से जुड़े लोगों की ओर से मुनाफाखोरी पर सरकार की ओर से कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।

मंत्रालय के मुताबिक, आरएआई के 2300 से अधिक सदस्य हैं और देशभर में इनके लगभग 6,00,000 से अधिक बिक्री केंद्र (आउटलेट) हैं। खुदरा उद्योग से जुड़े प्रतिभागियों ने भरोसा दिलाया कि वे अपने खुदरा मार्जिन में आवश्यक सुधार करेंगे और उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर कीमतें उपलब्ध कराने के लिए इसे नाममात्र स्तर पर बनाए रखेंगे। इस बैठक में आरएआई, रिलायंस रिटेल, डी-मार्ट, टाटा स्टोर्स, स्पेंसर, आरएसपीजी, वी-मार्ट आदि के प्रतिनिधि शामिल रहे। इनपुटः पीआईबी

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button