‘माफिया ब्रदर्स’ को शूट करने वाले आरोपियों का घरवालों से कोई संबंध नहीं
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों के रहने वाले हैं। अब तक पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के बाद जो जानकारी सामने निकल कर आ रही है, वह भी हैरान करने वाली है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि तीनों आरोपियों के परिजनों ने कहा कि वे घटना से बहुत बहले ही अपने घरों को छोड़ चुके हैं। तीनों आपराधिक मामलों में जेल भी जा चुके हैं।
हालांकि, अभी तक की पूछताछ में दोहरे हत्याकांड के पीछे का मोटिव साफ नहीं हो सका है। वारदात को अंजाम देने सेपहले तीनों 48 घंटा पहले हीप्रयागराज आए थे और एक होटल में रुके थे। अब पुलिस यह तलाश कर रही है कि उन्हे अत्याधुनिक हथियार कहां से मिले, तीनों की मुलाकात कैसे हुई, अर्थात तीनों एक कैसे हुए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि डान ब्रदर्स को शूट करने वाले शनी सिंह के भाई पिंटू सिंह (निवासी हमीरपुर, उत्तर प्रदेश) ने कहा, वह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज हैं। हम लोग तीन भाई थे, जिसमें से एक की मृत्यु होगई है। यह (शनी सिंह) ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता था। हम उससे अलग रहते हैं और वह बचपन में ही भाग गया था। बताया जाता है कि शनि सिंह के ऊपर दर्जनभर से अधिक मामले दर्ज हैं।
कुछ इसी तरह की जानकारी हत्यारोपी लवलेश तिवारी के यज्ञ तिवारी की तरफ से सामने आई है। यज्ञ तिवारी ने कहा, हमें कोई जानकारी नहीं है (हत्याकांड की) कि वह, वहां कैसे पहुंच गया और हमें इससे कोई मतलब नहीं है। यह प्रयागराज में कब से है, हमें नहीं पता। यह आखिरी बार 7-8 दिन पहले आया था।