लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को नागपंचमी (गुड़िया) के पर्व की बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में सीएम ने कहा, भारतीय संस्कृति में जीव-जंतु समेत इस चराचर जगत के साथ आत्मीय संबंध जोड़ने की समृद्ध एवं प्राचीन परंपरा है। नाग पंचमी का पर्व प्रकृति के साथ हमारे इस जुड़ाव का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा, नाग पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से प्रचलित है। हमारे धर्मशास्त्रों में नाग जागृत कुंडलिनी शक्ति का प्रतीक है। सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु शेषनाग पर ही शयन करते हैं। शेषनाग छत्र बनकर उन्हें छाया प्रदान करते हैं।
ज्ञान और मोक्ष के प्रदाता भगवान शिव के आभूषण ही सर्प एवं नाग हैं। सावन में भगवान शिव के पूजन का विशेष महत्व है। श्रावण मास में नाग पंचमी भगवान शिव संग नागों की पूजा के लिए प्रसिद्ध है।
सीएम ने कहा, शक्ति के प्रतीक नाग पंचमी के पर्व पर हमारे समाज में पारंपरिक रूप से कुश्ती जैसी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें युवा उत्साह के साथ प्रतिभाग करते हैं।