PPGCL के सामने शव रख मांगा इंसाफः बच्चों और पत्नी को पांच लाख रुपये व नौकरी का आश्वासन
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). प्रयागराज पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (PPGCL) में कार्यरत संविदाकर्मी राम सिंह यादव (34) पुत्र विक्रम सिंह यादव 16 नवंबर को संदिग्ध दशा में झुलस गया था। आरोपित है कि प्लांट प्रबंधन ने चोरी का इल्जाम लगाते हुए राम सिंह यादव को नौकरी से निकाल दिया गया था। इल्जाम लगाए जाने से आहत राम सिंह यादव ने खुद के ऊपर तेल उड़ेलकर आग लगा ली थी। झुलसे राम सिंह को इलाज के लिए पहले एसआरएन ले जाया गया।
हालत में सुधार नहीं होने पर उसे एसजीपीजीआई, लखनऊ ले जाया गया था, जहां 24 की देर रात उसका निधन हो गया। 25 को देर शाम लखनऊ से शव यहां पहुंचा तो परिजन शव लेकर पीपीजीसीएल गेट पर पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही एसओ मनोज कुमार सिंह भी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
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गेट पर प्रदर्शन की जानकारी होने पर पावर प्लांट के अधिकारी भी गेट पर पहुंचे और मृतक राम सिंह यादवके परिजनों से बातचीत की और आर्थिक सहायता और नौकरी का आश्वासन देकर पावरप्लांट प्रबंधन ने परिजनों को शांत कराया। इस आश्वासन को लिखित रूप में पीड़ित परिवार को दिया गया है।
प्लांट की तरफ से मृतक की पत्नी आशा यादव को वेंडर प्रक्रिया के तहत नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा मृतक के भाई संजय यादव, मुकेश यादव और प्रवीण यादव को वेंडर प्रक्रिया के ही तहत पद रिक्त होने पर नौकरी के लिए विचार किया जाएगा। इसके अलावा विधवा आशा यादव को आश्रित पेंशन के साथ अन्य अनुमन्य आर्थिक लाभ मिलेगा। दोनों बच्चों को डीएवी स्कूल में पढ़ाई का जिम्मा भी पावर प्लांट ने लिया है। इसके अलावा मृतक की पत्नी आशा यादव को एक लाख रुपये तत्काल दिया जाएगा, जबकि दोनों बच्चों को दो-दो लाख रुपये की एफडी दी जाएगी।
इस लिखित आश्वासन के बाद परिजन पीपीजीसीएल गेट से शव हटाने को राजी हुए। एसओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पावर प्लांट प्रबंधन और पीड़ित परिजनों के बीच समझौता हो गया है। परिजन शव लेकर घर चले गए हैं। मौके पर स्थिति सामान्य है।