रबी की फसलों को कीट, रोग एवं खरपतवार से ऐसे बचाएं
उप कृषि निदेशक गोपालदास गुप्ता ने किसानों को दी सलाह
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). अत्यधिक सर्दी, कोहरा एवं बादल युक्त मौसम रबी की फसलों के लिए मुश्किलें भी साथ लाता है। हानिकारक कीट, रोग और खरपतवार न सिर्फ फसलों की ग्रोथ को प्रभावित करते हैं, बल्कि इसका अच्छा-खासा प्रभाव उत्पादन पर पड़ता है। उप कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) गोपालदास गुप्ता ने किसनों को सलाह दी है कि वह अपनी फसलों की नियमित निगरानी करें और जरूरत पड़ने पर कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल करें।
सरसो के लिए करें इन दवाओं का प्रयोगः उप कृषि निदेशक ने बताया कि सरसो (राई) में माहू एवं पत्ती सुरंगक कीट के नियंत्रण के लिए एजाडीरेक्टिन 0.15 प्रतिशत ईसी की 2.5 लीटर या डाईमेथोएट 30% ईसी या क्लोरपाइरीफॉस 20% ईसी की एक लीटर मात्रा को 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा, सफेद गेरूई एवं तुलासिता रोग के नियंत्रण के लिए मैंकोज़ेब 75% डब्ल्यूपी अथवा जिनेब 75% डब्ल्यूपी की 2.0 किलोग्राम या मेटालेक्सिल 8 प्रतिशत + मैंकोज़ेब 64% डब्ल्यूपी की 2.5 किलोग्राम मात्रा में से किसी एक रसायन को 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करना फायदे में रहेगा।
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खरपतवार की समस्या दूर करेंगे यह कीटनाशकः इसके अलावा रबी की प्रमुख फसल गेहूं में खरपतवारों के नियंत्रण के लिए नीचे दी गई मात्रा को 200 लीटर पानी में मिलाकर फ्लैट फैन नाजिल की सहायता से प्रथम सिंचाई के बाद (25-30 दिन की अवस्था पर) प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। सकरी पत्ती वाले खरपतवारों (गेहुंसा एवं जंगली जई) के नियंत्रण के लिए सल्फोसल्फ्यूरान 75% डब्ल्यूजी की एक यूनिट, चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों (बथुआ, कृष्णनील आदि) के लिए मेटसल्फ्यूरान मिथाइल 20% डब्ल्यूपी की एक यूनिट, सकरी एवं चौड़ी पत्ती वाले दोनों तरह के मिश्रित खरपतवारों के लिए सल्फोसल्फ्यूरान 75% + मेटसल्फ्यूरान मिथाइल 5% डब्ल्यूजी की एक यूनिट का छिड़काव करें
झुलसा रोग से बचाव के लिए करें छिड़कावः इसी प्रकार आलू में अगैती एवं पिछैती झुलसा रोग के नियंत्रण के लिए जिनेब 75% डब्ल्यूपी की 2 किलोग्राम अथवा कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 50% डब्ल्यूपी की 2.5 किलोग्राम मात्रा में से किसी एक रसायन को लगभग 500-600 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टर छिड़काव करने से झुलसा रोग पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
उप निदेशक कृषि गोपालदास गुप्ता ने बताया कि किसान भाई फसल सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कृषि विभाग के व्हाट्सप नंबर 9452247111 व 9452257111 पर अपनी समस्या बता सकते हैं या फिर मेरे मोबाइल नंबर 9415592498 पर भी संपर्क कर सकते हैं।