अवध

देवर देवकुमार निकला जालसाज, भाई की मौत पर अपने नाम करा ली वरासत

विधवा भाभी ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर लगाई न्याय की गुहार

प्रयागराज (धीरेंद्र केशरवानी). गंगापार के सोरांव तहसील में एक जालसाज युवक के द्वारा अपनी विधवा भाभी व भतीजों के होते हुए राजस्व अभिलेखों में अपना नाम दर्ज करवा लिया। मामले की जानकारी होने पर पीड़िता ने अदालत की शरण ली, जिसके बाद दर्ज वरासत को स्थगित कर दिया गया। मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से करते हुए पीडिता ने अपने देवर पर आरोप लगाते हुए जांच और कार्यवाही की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक सोरांव तहसील क्षेत्र के देवापुर गांव निवासी रामजी अमृतसर में रहकर बिजली विभाग में नौकरी करता था। रामजी तीन भाई (राजकुमार व देवकुमार) में सबसे बड़े थे। 13 जुलाई, 2006 को रामजी का देहांत हो गया। पति रामजी के निधन के पश्चात पत्नी श्रीदेवी अपने बच्चों के साथ अमृतसर में ही ज्यादातर रहती थी। श्रीदेवी के मुताबिक कभी-कभी वह अपने पैतृक घर पर भी आया-जाया करती थी।

इसी दरम्यान श्रीदेवी के देवर देवकुमार ने अपनी भाभी से वरासत दर्ज कराने के लिए कहा। जिस पर विश्वास करके उन्होंने देव कुमार को वरासत कराने के लिए कह दिया।

वतन से मोहब्बत सीखनी है तो वीर अब्दुल हमीद से सीखो, ओवैसी से नहीः शहनवाज हुसैन
कला प्रदर्शनी में दिखी बच्चों की ‘रंग-बिरंगी दुनिया’: विषय विशेषज्ञों ने थपथपाई पीठ

श्रीदेवी का आरोप है कि देवर देव कुमार ने धोखाधड़ी व कूटरचना कर अपनी भाभी श्रीदेवी व भतीजे का नाम न दर्ज कराते हुए राजस्व अभिलेखों में अपना व अपने दूसरे मृतक भाई राजकुमार के बच्चों का नाम दर्ज करा दिया और जिस घर में श्रीदेवी का परिवार रहता था, उस में ताला बंद कर लिया।

इसी बीच जब श्रीदेवी अपने घर आई तो उसके कमरे में पहले से ताला लगा मिला। जब इसका उसने विरोध किया तो माजरा समझ में आया। मामले को लेकर श्रीदेवी ने स्थानीय तहसीलदार न्यायालय में एक मुकदमे के माध्यम से राजस्व अभिलेखों में दर्ज आदेश को स्थगित करा दिया और धोखाधड़ी संबंधित शिकायती पत्र सहायक पुलिस आयुक्त सोरांव समेत जिले के उच्च अधिकारियों को देकर अभियोग पंजीकृत करने की मांग की। हालांकि मामले को लेकर अभी तक कोई पुलिसिया कार्यवाही नहीं हुई है।

डीसीएम की टक्कर से कार सवार वृद्ध की मौत, ददौली चौराहे पर हुआ हादसा
 विभिन्न मांगों को लेकर बैंक कर्मियों का प्रदर्शन, करोड़ों का टर्नओवर प्रभावित

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button