अवध

भ्रष्टाचार और शिकायतों का निस्तारण नहीं होने पर अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन

कोरांव तहसील के अधिवक्ताओं ने एसडीएम को दी सप्ताहभर की मोहलत

समस्याओं का समाधान नहीं होने पर शासन से लिखापढ़ी की दी चेतावनी

प्रयागराज (राहुल सिंह). तहसील के विभिन्न पटलों पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, शिकायतों का निस्तारण नहीं करने समेत कई समस्याओं कोलेकर तहसील कोरांव के अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया और एसडीएम को विभिन्न मांगों के संबंधित मांगपत्र सौंपा और चेताया कि यदि उनकी मांगों पर सप्ताहभर के भीतर अमल नहीं किया गया तो अधिवक्ता आगे की रणनीति बनाने और उच्चाधिकारियों से शिकायत करने के लिए मजबूर होंगे।

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बार एसोसिएशन कोरांव के अध्यक्ष उमाकांत तिवारी की अगुवाई में अधिवक्ताओं ने एसडीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। बार अध्यक्ष उमाकांत तिवारी ने आरके की नियुक्ति नहीं होने से यहां आने वाली आम जनता को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। चपरासी और पेशकार की मनमानी किसी से छिपी नहीं है। चतुर्थश्रेणी कर्मचारी और पेशकार भी खुद को अफसर मानकर कार्य करते हैं और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। उमाकांत तिवारी ने आरोपित किया कि पेशकार और आरए की मनमानी कीवजह से एक ही मामले की अलग-अलग पत्रावलियों में तारीखें भी गलत लिखी जाती हैं।

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वसूली के लिए पत्रावलियों को महीनों तक लटकाए रखा जाता है। जब तक संबंधित को रकम नहीं मिल जाती, संबंधित व्यक्ति तहसील के चक्कर काटने को मजबूर रहता है।इससे भी ज्यादा खराब स्थिति राजस्व निरीक्षकों की है, जो बिना हकबंदी के स्थल पर जाकर पैमाइश करना औ    र सरकारी जमीन पर कब्जा करवा रहे हैं। यूपीआरसी की पत्रावलियों को आज भी विचाराधीन रखा गया है। शासन की मंशा के अनुरूप किसानों को केसीसी का लाभ नहीं दिया जा रहा है।

गांवों की कई गंभीर समस्याओं के मसले पर न तो पुलिस कोई ठोस कदम उठाती है और न ही राजस्व कर्मी। ग्राम पंचायत मैलहा के कोटेदार द्वारा लंबे समय से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, शिकायत को बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इस मौके पर धर्मेंद्र प्रताप सिंह, हरिश्चंद्र बिंद, राजेश कुमार मिश्र, रामकृष्ण द्विवेदी, कृष्ण बहादुर सिंह, प्रभाकर लाल श्रीवास्तव, विनोद कुमार मिश्र, इंद्रप्रकाश पांडेय, सतीशचंद्र समेत तमाम अधिवक्तागण मौजूद रहे।

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