प्रयागराज (राहुल सिंह). जिला मुख्यालय से जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों तक नियमित चलने वाली बसों के संचालन के लिए यूपीएसआरटीसी के द्वारा कई प्रमुख स्थलों पर बसअड्डे का भी निर्माण करवाया गया है, पर प्राइवेट आपरेटर्स की दबंगई के कारण सरकारी बसों का संचालन सुचारू रूपसे नहीं होपा रहा है।
नगर पंचायत कोरांव कस्बे में स्थापित किए गए बस अड्डे की भी हालत कुछ ऐसी ही है। यहां से जिला मुख्यालय के लिए नियमित बसों का संचालन किया जाता है, लेकिन सुबह के वक्त जैसे ही सरकारी बसें निकलने कोतैयार होती हैं, प्राइवेट बस आपरेटर्स के चालक अपनी गाड़ी लेकर पहुंच जाते हैं और एक बस आगे और एक पीछे लगाकर रोजवेड बस के चालक-परिचालक को न तो सवारी भरने देते हैं और न ही आगे निकलने देते हैं।
यही कारण है कि कोरांव से रोडवेज बसों का संचालन बीच-बीच में बंद कर दिया जाता है। लोगों की मांग परफिर से शुरू किया जाता है। क्षेत्रीय लोग प्राइवेट बसों मेंयात्रा भी नहीं करना चाहते, पर निजी बस संचालकों की दबंगई केआगे उन्हे भी प्राइवेट बसों में मजबूरन सफर करना पड़ रहा है।
जबकि प्राइवेट बसों में न तो बैठने की जगह मिलती है और न ही किराया निर्धारित रहता है। ज्यादातर बसों की एक्सपायरी डेट भी निकल चुकी है। इनसे हर वक्त हादसे का खतरा बना रहता है। मुकामी पुलिस भी सबकुछ जानते हुए इस ओर कोई ध्यान नहीं देती है।