पूर्वांचलराज्य

गऊ छाप और केनको कश्मीरी रंग के प्रयोग पर होगी जेल

किराना की दुकानों पर छापा, सात खाद्य सामग्रियों के लिए गए नमूने

भदोही (संजय सिंह). त्योहारी सीजन के शुरुआत में ही मिलावट की जांच करने के उद्देश्य से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने ज्ञानपुर और घोसिया बाजार में स्थित विभिन्नदुकानों पर छापेमारी। इस दौरान दाल, बेसन, तेल, पेड़ा आदि के कुल सात नमूने लिए गए। सभी को जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है।

सहायक खाद्य आयुक्त (द्वितीय) शशि शेखर ने बताया कि छापे के दौरान मिठाई बनाने वालों को सख्त हिदायत दी गई है कि वह खाद्य पदार्थों में रंगों के प्रयोग से बचें। गऊ छाप रंग व केनको कश्मीरी रंग के इस्तेमाल पर तीन महीने के कारावास की सजा है।

केवल खाद्य रंगों का सीमित मात्रा में प्रयोग करने की छूट है। व्यापारी किसी भी खाद्य पदार्थ में कोई मिलाव न करें और प्रतिष्ठान की साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। छापे के दौरान ज्ञानपुर और घोसिया के व्यापारियों मेंअफरातफरी का माहौल देखा गया।

कई दुकानें बंद दिखीं। कुछ ने हड़बड़ी के बीच अंदर से ही शटर गिरा लिया और जांच टीम के जाने तक अंदर ही कैद रहे।

टिंचर की दो बूंद डालकर चेक करें खोया

शशिशेखर ने बताया कि त्योहारों का सीजन शुरू होरहा है। ऐसे में लोग खोया (मावा) व चांदी केवर्क की जांच स्वयं करना सीखें। खोया की जांच के लिए मेडिकल स्टोर से आयोडीन टिंचर की दो बूंद खोये पर डालें। बैगनी रंग का टिंचर गहरा नीला होजाए तो मिलावट की पुष्टि होती है। शुद्ध होने पर टिंचर के रंग में कोई बदलाव नहीं होगा।

इसी तरह चांदी केवर्क की भी जांच की जा सकती है। मिठाई पर लगे वर्क को उंगली से रगड़ा जाए तो मिलावटी वर्क मिठाई से छूटकर हाथ पर लग जाता है। जबकि शुद्ध चांदी का वर्क स्लेटी छाप छोड़ते हुए खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा, किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर टोल फ्री नंबर 1800112100 पर काल करें।

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