भदोही (संजय सिंह). शासकीय कार्यों में रुचि न लेने, निर्देश के बावजूद मौका मुआयना नहीं करने वाले लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने भदोही तहसील के छनौरा के लेखपाल राकेश तिवारी तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया है।
लेखपाल परआरोप है कि जनमानस की शिकायतों पर बिना स्थलीय निरीक्षण जांच किए, सरसरी तौर पर रिपोर्ट आख्या लगा दी जाती है। तालाब, भूमि अतिक्रमण जैसे संवेदनशील मामलों में भी स्थलीय निरीक्षण नहीं किया जाता है और मनमानी रिपोर्ट लगाकर शिकायतों का निपटारा किया जा रहा था।
इस कृत्य से स्पष्ट है कि जानबूझकर अवैध अतिक्रमणकर्ताओं को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने की मंशा से बेदखली की कार्यवाही नहीं की गई। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बावजूद हर कदम पर हीलाहवाली की गई, भ्रामक आख्या पेश कर गुमराह किया गया।
इसके अलावा उच्चाधिकारियों द्वारा लेखपाल के मोबाइल पर संपर्क करने पर मोबाइलभी स्विच ऑफ मिलता है, इस कारण शिकायतों के निस्तारण में व्यवधान हो रहा था। यह सीधे-सीधे सरकारी कर्मचारी आचरण सेवा नियमावली 1956 की धारा-3 में उल्लिखित तथ्यों के प्रति अनुशासनहीनता को सिद्ध करता है।
उक्त आरोपो के संबंध में उप जिलाधिकारी भदोही भान सिंह द्वारा लेखपाल राकेश तिवारी के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही संचालित करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की अवधि में राकेश तिवारी रजिस्ट्रार, काननूगो तहसील भदोही के कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
जिलाधिकारी विशाल सिंह द्वारा जनपद के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, कानूनगो, लेखपाल को सख्त निर्देशित किया गया कि स्थलीय निरीक्षण किए बिना, सरसरी तौर पर या भ्रामक रिपोर्ट लगाए जाने पर निलंबन सहित विभागीय कार्रवाई की जाएगी।