सहूलियतः सीधे ग्राम पंचायत से खरीदा जा सकता है 100 क्विंटल गेहूं
ग्राम प्रधान को देनी होगी सूचना, इसके अलावा ग्राम पंचायत को क्रय एजेंसी बनाने की तैयारी
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). 100 क्विंटल या इससे अधिक गेहूं की खेप यदि ग्रामसभा में एक स्थान पर उपलब्ध है तो खरीद एजेंसियां गांव में जाकर गेहूं की खरीद कर सकती हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायतों को खरीद एजेंसी बनाए जाने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। यदि ग्राम पंचायतें चाहें तो आवेदन करके वह स्वयं गेहूं की खरीद कर सकती हैं। खरीदा गया गेहूं सीधे भारतीय खाद्य निगम को दिया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए एडीएम (न्यायिक) शिवनारायण सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में रबी विपणन वर्ष 2023-24 में, मूल्य समर्थन योजना के तहत ग्राम प्रधान का सक्रिय सहयोग प्राप्त करते हुए प्रत्येक ग्रामसभा स्तर पर गेहूँ खरीद कराने के निर्देश प्राप्त हुए है।
ग्राम प्रधानों द्वारा ग्रामसभा में 100 (क्विंटल) गेहूं बिक्री के लिए उपलब्ध होने सूचना पर गेहूं क्रय केंद्र के प्रभारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी द्वारा ग्राम सभा में जाकर प्रक्रिया का पालन करते हुए ग्राम स्तर पर ही खरीद सुनिश्चित कराई जाएगी। जिस ग्राम प्रधान द्वारा सर्वाधिक गेहूं का विक्रय कराया जाएगा, उसे विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त गेहूं खरीद के लिए ग्राम पंचायतों को क्रय एजेंसी बनाए जाने की व्यवस्था की गई है। यदि कोई ग्राम पंचायत गेहूं खरीद के लिए खाद्य विभाग के अधीन एजेंसी बनने की इच्छुक है, तो प्रार्थना पत्र प्राप्त कर क्रय एजेंसी नामित किए जाने के लिए नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी। उक्त ग्राम पंचायत के सचिव को दो दिन में जिला खाद्य विपणन अधिकारी के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ग्राम पंचायत को एजेंसी नामित किए जाने पर उनके द्वारा की गई खरीद को भारतीय खाद्य निगम को दिया जाएगा। गेहूं की खरीद के लिए ग्राम पंचायतों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित धनराशि 27/- रुपये प्रति क्विंटल कमीशन भी देय होगा।