भदोही (संजय सिंह). कोइरौना थाना क्षेत्र की दलित बस्ती दस्युपुर में एक विवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। मामले की जानकारी होने पर मुकामी पुलिस मौके पर पहुंची। मौका मुआयना केपश्चात शव को चीरघर भेज दिया गया।
जानकारी के मुताबिक दलित बस्ती दस्युपुर निवासी सज्जन दलित की पत्नी नीतू देवी (20) ने बुधवार की सुबह अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। सुबह का वक्त होने के कारण परिवार केअन्य सदस्य अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे, इस वजह से लोगों को इसकी जानकारी विलंब से हो पाई।
परिजनों के उस समय होश उड़ गए, जब परिजनों ने नीतू को फांसी के फंदे पर लटकता देखा। आनन-फानन में उसका शव नीचे उतारा गया, पर तब तक देर हो चुकी थी। आसपास के लोगों ने बताया कि रोज की तरह बुधवार को भी नीतू देवी ने सुबह अपने घर का काम निपटाया और 10 बजे कमरे का दरवाज़ा बंद कर लिया।
उस समय ससुर भुल्लर कहीं बाहर गया हुआ था। कुछ समय बाद जब भुल्लर वापस घर आया और अपनी बेटी से बहू नीतू के बारे में पूछा। इस पर बेटी अपनी भाभी नीतू को बुलाने चली गई। कई बार आवाज लगाने पर भी कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उसने पीछे की खिडकी से झांककर देखा तो नीतू पंखे से लटक रही थी।
जानकारी होते ही आसपास के लोग जुट गए। दरवाजा तोड़ा गया। परिजनों द्वारा पुलिस को जानकारी दी गई। मौके पर सीतामढ़ी चौकी प्रभारी श्रीप्रकाश मिश्र पहुंचे। उन्होंने कमरे का मौका मुआयना किया। पुलिस का कहना है जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा। प्राथमिक दृष्टया मामला घरेलू कलह का लग रहा है।
नीतू की शादी दो वर्ष पहले हुई थी। नीतू का मायका गोपीगंज के खलिया (राजपूता ढाबा के पास) में है। नीतू का पति रोजी-रोटी के सिलसिले में मुंबई में रहता है। जबकि नीतू अपनी ननद और ससुर के साथ यहां रहती थी।