भदोही (संजय सिंह). पर्यावरण की समस्या से निपटने के लिए हर व्यक्ति को कम से कम आगामी 10 से 15 वर्षों तक पेड़ लगाकर उसे पुत्रों की भांति देखभाल करने की आवश्यकता है, ताकि वह पेड़ किसी भी परिस्थिति में सूखने न पाए। आम जनमानस को भी पेड़ों को अनावश्यक रूप से काटने से भी बचना होगा और सरकारों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए कठोर कानून बनाने और कड़ाई से उसका पालन करवाना होगा। तभी यह धरा बचेगी और पेड़-पौधों से हमारा जीवन सुरक्षित रहेगा।
यह बातें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक अशोक कुमार गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा, जो व्यक्ति मकान बनाने के लिए नक्शा बनवाने के लिए सरकारी दफ्तर में जाता है, तो सरकार का सख्त आदेश होता है कि घर के सामने दो मीटर जमीन छोड़कर के मकान बनाएं और छूटी हुई जमीन पर वृक्षारोपण करें। लोग दो इंच जमीन नहीं छोड़ते हैं। इस पर नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर महापालिका मौन साधे रहती है।
बुधवार को 2422वें दिन पीपल के वृक्ष का वृक्षारोपण करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जन आंदोलन की आवश्यकता है, तभी जीवन को बचाए जा सकता है। आज तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच रहा है। पेड़ों को लगाएं और जीवन को बचाएं, इसी प्रतिबद्धता के साथ में आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर आलोक कुमार गुप्ता, आशुतोष पटवा आदि ने सहयोग प्रदान किया।