The live ink desk. गुजरात में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। सड़कें बह गई हैं। गलियों में कई फीट तक पानी भरा है। शहरी इलाकों में लोगों ने दूसरी मंजिल या फिर और ऊपर शरण ले रखी है। इस बाढ़ में मगरमच्छ भी आबादी वाले एरिया में घुस गए हैं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
गुजरात में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश से प्रभावित जिलों में वडोदरा, पोरबंदर और मोरबी जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि, मध्य गुजरात में बारिश रुक गई है और बीते तीन दिनों से पानी में डूबे वडोदरा शहर में बाढ़ का पानी नीचे उतरने लगा है। बाढ़ की वजह से कई स्थानों पर दीवारों के गिरने, मकानों के दरकने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं।
गुरुवार को जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, द्वारका, सुरेंद्रनगर और अमरेली में जोरदार बारिश हुई। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीते तीन दिनों में गुजरात में 26 लोगों की मौत हुई है। सौराष्ट्र और कच्छ में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
गौरतलब है कि गुजरात सूचना विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों में 1,785 व्यक्तियों को बाढ़ से बचाया गया है, इसके साथ ही 13,183 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शऱण दी गई है। गुरुवार को भी बड़े पैमाने पर गुजरात सरकार द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
राहत-बचाव कार्य में भारतीय सेना भी लगी हुई है। बाढ़ में फंसे लोगों को बचाकर बाहर निकालने के साथ-साथ मकान की छतों पर शरण लिए हुए लोगों तक खाद्य सामग्री, दूध और पानी भी हवाई रास्ते से सेना द्वारा ड्राप किया जा रहा है। इसके अलावा बाढ़ की वजहसे कई रेलगाड़ियोंका परिचालन लगातार प्रभावित चल रहा है।
पश्चिमी रेलवे के सीपीआरओ ने बताया कि वडोदरा और राजकोट डिवीजन (द्वारका-गोरिंजा सेक्शन) में जलभराव के कारण कई रेलगाड़ियों का परिचालन प्रभावित हुआ है। यात्रियों को सलाह दी जाती है किवह यात्रा शुरू करने से पूर्व अपनी गाड़ियों की स्थिति की जानकारी कर लें। रेलवेभी मैसेज के द्वारा यात्रियों को लगातार सूचित कर रहा है।