The live ink desk. गुजरात में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। वड़ोदरा शहर बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां कई हिस्सों में जल भराव देखने को मिल रहा है, इससे स्थिति नाजुक बनी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बातचीत की और बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। पीएम ने केंद्र की ओर से चल रहे बचाव और राहत अभियान में हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया है। गुजरात में भारी बरसात के कारण कई रिहायशी इलाकों में पानी भरा हुआ है।
जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के कारण बीते दो दिनों के दरम्यान 16 लोगों की मौत की भी खबर है। हालांकि अलग-अलग रिपोर्ट में मौतों के आंकड़े में काफी अंतर भी है। कुछ रिपोर्ट में 18 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है।
फिलहाल, बाढ़ से प्रभावित इलाकों से 40000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गौरतलब है कि गुजरात के सौराष्ट्र, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, राजकोट और जूनागढ़ जिलों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं।
वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को राजधानी गांधीनगर में बाढ़ की गंभीर स्थिति के लिए राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। विश्वामित्र नदी, जो शहर से होकर बहती है, खतरे के निशान से 25 फीट ऊपर बह रही है। इसी कारण वड़ोदरा के रिहायशी एरिया में 12 फीट तक पानी भरा है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं। फिलहाल गुजरात में बाढ़ की विभीषिका कुछ दिन और बदस्तूर जारी रहेगी।
दूसरी तरफ पश्चिमी रेलवे (WR) के CPRO विनीत अभिषेक ने बताया कि भारी बरसात कीवजह से रेल परिचालन पर भी असर पड़ा है। गुजरात के वडोदरा मंडल में भारी बारिश के कारण ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। अभी तक 56 ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है और 43 ट्रेनों को डायवर्ट कर चलाया जा रहा हैं।
सीपीआरओ ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि यात्रा आरंभ करने से पहले वह ट्रेनों की सही स्थिति का पता करें। ट्रेनों की जानकारी स्टेशनों पर एनाउंसमेंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया और यात्रियों को मैसेज के जरिए दी जा रही है।