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संगमनगरी में बाढ़ का प्रकोपः 5090 लोगों ने घर छोड़कर राहत शिविरों में ली शरण

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). संगमनगरी में उफनाई गंगा और यमुना ने पांच हजार से अधिक शहरियों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। शनिवार देर शाम तक कुल 5090 लोग राहत शिविरों में शरण ले चुके थे। अब तक कुल 17 राहत शिविरों का संचालन किया जा रहा है। यहां पर शरण लेने वाले लोगों को नाश्ता, खाना, दवाएं, दूध-बिस्किट आदि की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों की टीम शनिवार को दिनभर राहत शिविरों व बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों काभ्रमण करती रही। कमिश्नर विजय विश्वास ने भी कई राहत केंद्रों का औचक निरीक्षण कर शरण लेन वालों से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली।

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बाढ़ में फंसे 1098 परिवारों ने छोड़ा घरः प्रयागराज में बाढ़ से हालात बेकाबू होने के बाद से कुल -17 बाढ शरणालय सक्रिय कर दिए गे हैं, इसमें 1098 परिवार के कुल 5090 सदस्यों को शरण दी गई है। इन बाढ प्रभावित व्यक्तियों को विभिन्न 17 बाढ शरणालयों में अवस्थापित किया गया है। राहत शिविरों में दो समय का नाश्ता, चाय, दो वक्त का भोजन एवं बच्चों के लिए दूध एवं बिस्किट आदि की व्यवस्था की गई है। नगर निगम द्वारा साफ-सफाई की टीम, स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा दल को तैनात किया गया है। राजस्व कर्मी एवं सिविल डिफेंस के कर्मचारी, वार्डन/कार्यकर्ताओं द्वारा खान-पान एवं अन्य व्यवस्थाओं में काफी सहयोग किया जा रहा है।

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खटीक सेना और डीसीपीसी भी मदद में जुटीः एडीएम (वित्त एवं राजस्व) जगदंबासिंह ने बताया कि उपरोक्त बाढ के दृष्टिगत एनडीआरएफ की टीम द्वारा राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है और टीम द्वारा बाढ में फंसे हुए कई परिवारों तथा व्यक्तियों को सुरक्षित ढंग से निकालकर बाढ शरणालयों में पहुंचाया जा रहा है। इसी क्रम मे बाढ पीडितों के मदद के लिए खटीक सेना के प्रदेश यूथ प्रदेश अध्यक्ष संजीव कुमार, जिला अपराध निरोधक समिति के सचिव संतोष कुमार श्रीवास्तव, सदस्य लक्ष्मीकांत मिश्रा एवं अन्य सदस्यों ने बाढ से प्रभावित व्यक्तियों के लिए राहत सामग्री उपलब्ध कराया गया है।

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