बाइक सवार मेडिकल स्टोर संचालक को भी नहीं बचाया जा सका
भदोही (अनंत गुप्त). वाराणसी-भदोही मार्ग पर समालकोट गांव के निकट रविवार की देर रात एक बाइक सवार ने सब्जी के ठेले में जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार और सब्जी विक्रेता गंभीर रूप सेघायल हो गए और बचाया नहीं जा सका। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर चीरघर भेज दिया है। इस एक हादसे कीवजह से दो परिवारों में मातम छाया हुआ है।
जानकारी के मुताबिक वाराणसी जिले के धौकलगंज निवासी रवि गुप्ता (28) पुत्र गुलाब गुप्ता उर्फ हजारीलाल का परिवार चौरी थाना क्षेत्र के चौरी दानूपट्टी गांव के सोनकर बस्ती में किराए पर सपरिवार रहता है। रवि ठेले पर सब्जी बेचने का काम करता था। रविवार की देर रात वह सब्जी बेचकर घर लौट रहा था।
सब्जी विक्रेता रवि गुप्ता जैसे समालकोट गांव के करीब पहुंचा, उसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे बाइक सवार ने जोरदार टक्कर मार दी। जोरदार टक्कर के कारण सब्जी का ठेला दूर जाकर पलट गया और सब्जी विक्रेता रवि गुप्ता गंभीर रूप सेघायल हो गया। दूसरी तरफ टक्कर के बाद बाइक सवार अमृतलाल राय उर्फ फूलचंद्र (52) पुत्र राजनाथ (निवासी रामरायपुर, भदोही) भी गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा।
हादसे के बाद काफी तेज आवाज हुई, जिसके चलते घटनास्थल पर राहगीरों के साथ ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। जानकारी होते ही प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह व चौकी प्रभारी महेंद्र कुमार मय हमराहियों के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को एंबुलेंस से महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने दोनों घायलों को मृत घोषित कर दिया।
पहचान होने के बाद पुलिस ने दोनों के परिजनों को सूचित किया। इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही दोनों परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे। सभी का रो-रोकर बुरा हाल रहा। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
चार मासूम बच्चों के सिर से छिना पिता का साया
सड़क हादसे का शिकार हुए रवि गुप्ता की माली हालत कुछ ठीक नहीं है। वह सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। जबकि उनकी मां जयदेवी गांव में ही सड़क पर सब्जी की दुकान लगाती है। पिता मेहनत मजदूरी करते हैं। बड़ा भाई आर्थिकनगरी मुंबई में मजदूरी करता है। रवि गुप्ता की शादी हो चुकी है। उसे दो पुत्र किशन (7), करन (4) के साथ दो बेटियां गुड़िया (6) और मौसम (5) हैं। पति की मौत से पत्नी अनीता देवी सदमे में है।
सिर पर हेलमेट होता तो जीवित होते अमृतलाल
वहीं हादसे में काल कवलित हुए बाइकसवार अमृतलाल उर्फ फूलचंद्र भदोही नगर के चौरी रोड पर ब्लॉक कार्यालय के सामने मेडिकल स्टोर चलाते थे। उन्हे तीन बेटियां व दो बेटे हैं। तीनों बेटियों व एक पुत्र की शादी कर चुके हैं, जबकि एक पुत्र अविवाहित हैं। उनकी पत्नी चंदा राय रामरायपुर की प्रधान रह चुकी हैं। अमृतलाल बाइक चलते समय हेलमेट नहीं लगाए थे। जिसकी वजह से उनके सिर में गंभीर चोटें आई। अगर उन्होंने हेलमेट पहना होता तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
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