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निहार लीजिए अपना अतीतः इसी वाघ नख से मारा गया था आततायी Afzal Khan

The live ink desk. यह वही खंजर (वाघ नख) है, जिसका इस्तेमाल करते हुए वीर शिवाजी महराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) ने अफजल खान को पराजय दी थी। महाराष्ट्र के प्रतापगढ़ फोर्ट में लड़ा गया यह युद्ध छत्रपति महाराज शिवाजी ने जीत लिया था और अफजल खान (बीजापुर सल्तनत का सेनापति) को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।

छत्रपति शिवाजी महराजा का यह वाघ नख (विशेष प्रकार का खंजर) लंदन के म्यूजियम से निकालकर 19 जुलाई, 2024 को भारत लाया गया। बाघ के पंजे के आकार वाले इस वाघ नख (Vagh Nakh) को नागपुर और कोल्हापुर में नौ-नौ महीने के लिए जनसामान्य के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। इसके बाद यह वाघ नख मुंबई संग्रहालय की शोभा बढ़ाएगा।

मराठा शासक वीर शिवाजी महराज (Shivaji Maharaj) के सिंहासन पर बैठने की 350वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय से भारत लाए गए इस हथियार (Vagh Nakh) का पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में जोरदार स्वागत किया गया।

गौरतलब है कि ऐतिहासिक वाघ नख, बाघ के पंजे के आकार का हथियार है, जिसका इस्तेमाल मराठा योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) किया करते थे। अफजल खान (Afzal Khan) और वीर शिवाजी महराज के बीच हुए इस युद्ध की ऐतिहासिकता पर नजर डालें तो इस विशेष खंजर की खूबियों का पता चलता है।

साउथ के कोंकड़ में छत्रपति शिवाजी महाराज की मजबूत पकड़ व आक्रांताओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को कमजोर करने के लिए आदिलशाह ने अपने सेनापति अफजल खान (Afzal Khan) को शिवाजी को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी। इसके बाद बीजापुर के सेनापति अफजल खान और शिवाजी महराज के बीच सन 1659 में सतारा जनपद के पास स्थित प्रतापगढ़ के किले में मुठभेड़ हुई।

तगड़ी मुठभेड़ से भयभीत अफजल खान ने शिवाजी महराज को शांतिपूर्ण सुलह का सुझाव दिया, लेकिन तत्कालीन परिस्थितियों और मिल रहे धोखों के मद्देनजर वीर शिवाजी पूरी तैयारी के साथ अफजाल खान से मिलने पहुंचे।

शिवाजी महराज इसी वाघ नख (Vagh Nakh) के साथ अफजल खान से मिलने पहुंचे। शिवाजी ने अपनी पोशाक के नीचे धातु के छल्लों से बने कवच (जिसे आज की भाषा में बुलेटफ्रूट जैकेट के नाम से जाना जाता है) पहन रखा था। शांतिपूर्ण मुलाकात के दौरान अफजल खान (Afzal Khan) ने धोखे से वार किया तो निहत्थे वीर शिवाजी महराज ने अपना बचाव करते हुए वाघ नख से अफजल खान पर हमला कर दिया। परिणामस्वरूप अफजल खान की मौत हो गई।

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