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UNFPA Reports: कल ही पता चला, 142 करोड़ हो गए हम

नई दिल्ली (the live ink desk). यूनाइटेड नेशंस पापुलेशन फंड (UNFPA) ने कल (19 अप्रैल, 2023) ही बताया कि हमारी (भारत) आबादी (Population) विश्व में सबसे ज्यादा हो गई। हमारी कुल आबादी 142 करोड़ हो गई है, जो हमारे पड़ोसी मुल्क चीन की आबादी से 30 लाख ज्यादा है। खुशी की बात यह है कि हमारी आबादी में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। हालांकि, बढ़ती आबादी के नुकसान भी ढेर सारे हैं।

यूनाइटेड नेशंस पापुलेशन फंड (UNFPA) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत (Bharat) में 25 फीसद (35 करोड़) लोगों की आयु 14 वर्ष या इससे कम है। चीन में यह आंकड़ा 17 फीसद (24 करोड़) है। जबकि 10-19 वर्ष की आयु वाले लोगों की संख्या 18 प्रतिशत है। इसके अलावा 10-24 आयु वर्ग के 26 फीसद लोग भारत में निवास करते हैं और 15-64 आयु वर्ग की आबादी 68 प्रतिशत (लगभग 97 करोड़) है। जबकि चीन में यह आंकड़ा 69 फीसद यानी 98 करोड़ है।

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भारत (Bharat) में 65 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों की संख्या सात फीसद यानी 10 करोड़ है। जबकि पड़ोसी देश चीन (China) में यही आंकड़ा 14 फीसद यानी 20 करोड़ है। हालांकि, भारत की बढ़ी हुई आबादी की जानकारी देने वाली संस्था यूएनएफपीए की तरफ से यह साफ-साफ नहीं कहा गया है कि भारत की आबादी कब बढ़ी और कब हम विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाले देश बन गए।

संस्था के मुताबिक मौजूदा समय में भारत की कुल आबादी 142.86 करोड़ है। इसमें शून्य से 14 वर्ष की कुल हिस्सेदारी 25 फीसद, 15 से 64 आयु वर्ष की कुल हिस्सेदारी 68 फीसद है। इसके बाद 65 से अधिक आयु वाले लोगों की संख्या कुल आबादी का महज सात फीसद है।

दूसरी तरफ चीन की कुल पापुलेशन 142.57 करोड़ है। चीन में शून्य से 14 वर्ष की कुल आबादी 17 फीसद, 15 से 64 वर्ष के लोगों की कुल आबादी 69 फीसद है। जबकि 65 साल से अधिक अर्थात बूढ़ों की आबादी 14 फीसद है, जो हमारे यहां के मुकाबले दोगुनी है।

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