संप्रदाय विशेष के लोगों ने कब्रिस्तान से मनचाहे स्थल पर दफनाया शव, भारी फोर्स के साथ मौजूद रहे एलआईयू के अधिकारी, एसीपी मेजा और तहसीलदार
प्रयागराज (राहुल सिंह). यमुनानगर के कोरांव थाना क्षेत्र में संप्रदाय विशेष के द्वारा मनचाहे स्थान पर शव दफनाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बीते दिनों एक शव को कब्रिस्तान से इतर दफनाया गया था। रविवार को फिर से दो लोगों का शव दफनाने कोलेकर दिनभर पंचायत चली।
तनाव की सूचना पर एलआईयू के साथ नायब तहसीलदार, एसीपी मेजा, कोरांव थाने की फोर्श के साथ पहुंच गए और सुबह से दोपहर बाद तक चली पंचायत के बाद सोमवार को पैमाइश का आश्वासन देकर शव को संप्रदाय विशेष के द्वारा मनचाहे स्थान पर दफनाया गया।
यह पूरा प्रकरण कोरांव थाना क्षेत्र के बड़ोखर का है। यहां के रहने वाले लाल संतोष प्रताप सिंह ने बताया कि मोहर्रम के पूर्व संप्रदाय विशेष में किसी की मौत हो गई थी। उसका अंतिम संस्कार उनकी जमीन पर बिना बताए कर दिया गया। जब उन्हे जानकारी हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया और शिकायत की। उस समय पुलिस-प्रशासन ने मोहर्रम का हवाला देते हुए मोहर्रम बाद पैमाइश कराने का आश्वासन दिया था।
इधर, बीते शुक्रवार को दो अन्य लोगों की मौत हो गई और संप्रदाय विशेष के लोग कब्रिस्तान से इतर स्थित भूमि पर शव दफनाने की तैयारी करने लगे। जानकारी होने पर लाल संतोष प्रताप सिंह ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों के साथ प्रशासन को दी।
इस सूचना पर तहसील प्रशासन के साथ पुलिस महकमा भी मौके पर पहुंच गया। तनाव के मद्देनजर भारी फोर्स को मौके पर बुला लिया गया। मसले को हल करने केलिए सुबह से लेकर दोपहर बाद तक पंचायत चली। लाल संतोष प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस-प्रशासन ने सोमवार को पैमाइश कराने का आश्वासन दिया है।
लाल संतोष प्रताप सिंह का कहना है की उनकी भूमिधरी जमीन पर विशेष वर्ग के लोग जबरन शासन-प्रशासन के माध्यम से दबाव बनवाकर कब्र खोदवाकर शव दफनवा रहे हैं, जो न्यायोचित नहीं है। कहा कि लगातार तहसील समेत उच्चाधिकारियो को प्रार्थना पत्र देकर अपनी भूमिधरी जमीन की पैमाइस करानेके लिए आवेदन कर रहा हूं, ताकि गांव में किसी प्रकार का विवाद न हो और आपसी भाईचारा कायम रहे।
आज की जाएगी विवादित भूमि की पैमाइश
इस पूरे प्रकरण को लेकर तहसीलदार कोरांव व एसीपी मेजा ने कहा कि सोमवार यानी 22 जुलाई को कब्रिस्तान व भूमिधरी की पैमाइश करवाकर विवाद का निपटारा करवा दिया जाएगा। अधिकारियों के इस आश्वासन पर वादी भी तैयार हैं। पैमाइश के बाद इस विवाद के स्वतः निपटारा हो जाएगा।
बताते चलें कि बड़ोखर का कब्रिस्तान और लाल संतोष प्रताप सिंह की भूमि आसपास स्थित है। इसी का फायदा उठाते हुए वर्ग विशेष के लोग कब्रिस्तान को छोड़कर समीप स्थित भूमि पर शव दफनाने लगे हैं।
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