हरदोई में अधिवक्ता की हत्या को दी थी चार लाख की सुपारी, पांच गिरफ्तार
किराए का मकान खाली करने को लेकर अधिवक्ता पर डाला जा रहा था दबाव
The live ink desk. उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में 30 जुलाई की शाम हुई 72 वर्षीय अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा (बहरा सौदागर पूर्वी, शहर कोतवाली) की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पांच अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। हत्या के लिए चार लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।
यह हत्या उस मकान को खाली करवाने के लिए अंजाम दी गई थी, जिसमें कनिष्क मेहरोत्रा साल 1970 से किराए पर रहते थे। हत्याकांड के बाद से आक्रोशित अधिवक्ताओं के रोष को देखते हुए पुलिस टीमों ने सक्रियता दिखाई और साक्ष्य संकलन के साथ-साथ सर्विलांस की मदद लेकर हत्यारों की पहचान की।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी हरदोई नीरज जादौन ने बताया कि सीनियर एडवोकेट कनिष्क मेहरोत्रा जिस भवन में 1970 से निवास कर रहे थे, उस भवन को आदित्यभान सिंह पुत्र राजवर्धन सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ वीरे यादव, शिखर गुप्ता पुत्र राकेश कुमार गुप्ता व नृपेंद्र त्रिपाठी पुत्र रामकृष्ण त्रिपाठी ने अपना साथियोंके साथ मिलकर खरीद लिया था। बाद में अन्य पार्टनर ने अपना-अपना हिस्सा उपरोक्त चारों को बेच दिया।
भवन खरीदने के बाद चारों ने अन्य किराएदारों को डरा-धमकाकर भवन खाली करवा लिया, लेकिन अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा किसी दबाव में नहीं आए।
यही भवन खाली करवाने केलिए चारों ने हत्या की योजना बनाई और इसके लिए चारलाख रुपये में रामू महावत से डील की। एडवांस के रूप में 1.4 लाख रुपये रामू महावत को दिए गए। इसमें तीनों पार्टनर का शेयर था, जबकि शिखर गुप्ता ने काम होने के बाद पैसा देने की बात कही। घटना केलिए आदित्यभान सिंह ने पल्सर बाइक उपलब्ध कराई।
इसके बाद घटना वाले दिन रामसेवक उर्फ लल्लू, राजवीर और नीरज ने जमकर शराब पी और तीनों एक हीबाइक से हत्या करने के लिए कनिष्क मेहरोत्रा के कमरे पर पहुंच गए, जहां कोर्ट मैरिज करवाने का बहाना बनाकर अधिवक्ता के चैंबर में घुसे और फाइल देने के बहाने कनपटी पर सटाकर गोली मार दी। गोली लगते ही कनिष्क मेहरोत्रा गिर पड़े और तीनों भाग निकले।
27 मामलों का आरोपी है वीरेंद्र उर्फ वीरे
इस प्रकरण में पुलिस ने आदित्यभान सिंह (सरायथोक पश्चिमी, कोतवाली), वीरेंद्र सिंह यादव (बरगदापुर, अरवल, हरदोई), शिखर गुप्ता (रफी अहमद चौराहा, कोतवाली, हरदोई), नृपेंद्र त्रिपाठी (रामनगर कालोनी, लखनऊ रोड, हरदोई) और नीरज (झरोइया, कोतवाली शहर, हरदोई) को गिरफ्तार किया है। नीरज के खिलाफ चार, वीरेंद्र सिंह के खिलाफ 27, आदित्य के खिलाफ एक मामला पहले से दर्ज है। यह गिरफ्तारी एक दिन पहले नीरज के साथ हुई मुठभेड़ के बाद की गई।