जिला प्रशासन के साथ हुई अखाड़ परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय, महाकुंभ को भव्य बनाने का आह्वान
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और प्रशासनिक अफसरों के साथ हुई बैठक में शनिवार को महाकुंभ 2025 के तिथियों की घोषणा की गई। सर्वसम्मति से लिए निर्णय के मुताबिक 2025 में महाकुंभ (Mahakumbh-2025) 45 दिनों का होगा। इसमें 19 दिन जनवरी में पड़ेंगे, जबकि 26 दिन फरवरी में पड़ेंगे।
सर्वसम्मति से मुख्य स्नान पर्वों की तिथियां का निर्धारण किया गया। पहला स्नान पौष पूर्णिमा का 13 जनवरी को होगा। जबकि ठीक एक दिन बाद मकर संक्राति का स्नान 14 जनवरी को पड़ेगा। इसके बाद मौनी अमावस्या 29 जनवरी को, वसंत पंचमी तीन फरवरी को, माघी पूर्णिमा 12 फरवरी को और अंतिम महाशिवरात्रि का स्नान 26 फरवरी का पड़ रहा है।
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मंडलायुक्त कार्यालय के गांधी सभागार में सभी अखाड़ों के संतों संग हुई बैठक की अध्यक्षता कमिश्नर विजय विश्वास पंत एवं एडीजी भानु भाष्कर ने की। मेलाधिकारी (कुंभ मेला) विजय किरन आनंद की मौजूदगी में हुई बैठक में महाकुंभ-2025 (Mahakumbh-2025) को भव्य बनाने के परियोजनाओं की जानकारी दी गई।
मेलाधिकारी ने बताया कि प्रयागराज की भव्यता को बढ़ाने के लिए सात रिवर फ्रंट टाइप सड़कों (कुल लंबाई 13.25 किमी) का विकास किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से वित्त पोषित और सभी सार्वजनिक सुविधाओं से युक्त सात घाटों का भी निर्माण किया जा रहा है, जिससे पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान और नौका संचालन में सहूलियत होगी।
पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत अक्षयवट, पातालपुरी एवं सरस्वती कूप के कारिडोर का विकास, लैंड स्केपिंग, साइनेज और प्रवेश द्वार का विकास कराया जा रहा है। नागवासुकी मंदिर, अलोपशंकरी देवी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, पंडिला महादेव मंदिर, कोटेश्वर महादेव मंदिर, कल्याणी देवी मंदिर और तक्षक तीर्थ का भी विकास करवाया जा रहा है। इसी तरह भारद्वाज आश्रम और द्वादश माधव मंदिरों के कारिडोर का विकास, सौंदर्यीकरण, प्रवेश द्वार का काम करवाया जा रहा है।
आरओबी से होगी एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटीः मेला अधिकारी ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रयागराज रिंग रोड, प्रयागराज-रायबरेली-लखनऊ मार्ग का विकास, प्रयागराज-अयोध्या और प्रयागराज-बांदा राजमार्ग पर पड़ने वाली रेलवे क्रासिंग जसरा में बाईपास का भी निर्माण कराया जा रहा है। एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा किया जा रहा है, साथ ही एयरपोर्ट को मेला क्षेत्र से जोड़ने के लिए सूबेदारगंज में आरओबी का निर्माण, एयरपोर्ट के लिए एक नये मार्ग का निर्माण भी कराया जा रहा है।
शहर के 39 चौराहों के सुंदरीकरण का प्रस्तावः रेलवे स्टेशनों के उच्चीकरण के लिए रेलवे विभाग के साथ गैप एनालसिस कर कार्य किया जा रहा है और आरओबी का निर्माण कार्य सेतु निगम को दे दिया गया है। कुंभ-2019 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा 64 चौराहों का विकास कराया गया था, जिसके क्रम में महाकुंभ 2025 में वर्तमान में 39 चौराहों के विकास के लिए डीपीआर बनाने का कार्य प्रगति में है। प्राधिकरण द्वारा 29 सड़कों का सुंदरीकरण और चौड़ीकरण करवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त लोनिवि द्वारा 31 सड़कों सुंदरीकरण और चौड़ीकरण व 21 सड़कों का निर्माण एवं चौडीकरण कराया जा रहा है। संतों ने प्रशासन के कार्यों की सराहना की।
संतों के नाम पर हो मोहल्लों के नामकरणः जूना अखाड़ा के महामंत्री महंत हरि गिरि महराज द्वारा आगामी कुंभ में प्रयागराज को रामगमन मार्ग का सूचक के रूप में भी परिलक्षित करने पर जोर देने का सुझाव दिया, साथ ही महर्षि भारद्वाज द्वारा किए गए कार्यों का और प्रचार-प्रसार करने, आदि शंकराचार्य का स्थायी द्वार बनाने, वेणी माधव की परिक्रमा के लिए उचित मार्ग की व्यवस्था करने एवं मोहल्लों का नाम जगतगुरूओं के नाम पर रखने का भी प्रस्ताव दिया। महानिर्वाणी अखाड़ा के यमुना पुरी महराज ने पेशवाई मार्गों से लटकते हुए विद्युत तारों को शतप्रतिशत हटाने का सुझाव दिया। इसी क्रम में सभी संत महात्माओं ने तीर्थ यात्रियों एवं संत महात्माओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया।
कमिश्नर ने जहां सभी महात्माओं से महाकुंभ 2025 को सकुशल संपन्न कराने के लिए आशीर्वाद एवं सहयोग मांगा। एडीजी भानु भाष्कर ने सभी संत जनों से निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग करने की अपील की। जिलाधिकारी संजय खत्री ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित कर उन्हें सभी अपेक्षित सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। बैठक में पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक चंद्र प्रकाश, अपर पुलिस आयुक्त पवन कुमार, उपाध्यक्ष, प्रयागराज विकास प्राधिकरण अरविंद चौहान समेत सभी अधिकारीगण उपस्थित रहे।