झाड़-झंखाड़ से घिरा उप स्वास्थ्य केंद्र कुकुरहटा
प्रयागराज (राहुल सिंह). स्वास्थ्य विभाग लोगों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए कितनी जद्दोजहद करता है, अपने संसाधनों की कितनी देखभाल करता है, इसकी बानगी कुकुरहटा के उप स्वास्थ्य केंद्र को देखकर आसानी से लगाई जा सकती है।
विकास खंड कोरांव के कुकुरहटा में बना यह उप स्वास्थ्य केंद्र अपने निर्माण पर ही आंसू बहा रहा है। चारों तरफ झाड़ियों से घिरा यह भवन उतनाजर्जर भी नहीं दिखता, बस यहां न तो स्वास्थ्य विभाग का कोई जिम्मेदार आता -जाता है और न ही कोई ग्रामीण इलाज के निमित्त इधर झांकने जाता है।
विकास खंड कोरांव में कहने के लिए सीएचसी के साथ-साथ महिला अस्पताल भी है, लेकिन सीएचसी को छोड़ दे तो ज्यादातर उप स्वास्थ्य केंद्रों की हालत बद्तर ही है। कुकुरहटा की फोटो आप सबने देख हीली है। इसी तरह की स्थिति भगेसर, खिवली खुर्द, बसहा, खिवली कला की भी है, जहां बनाए गए भवन स्वास्थ्य विभाग की कारस्तानी से जर्जर हो गए।
समय-समय के साथ यह भवन जर्जर होता जा रहा है। झाड़-झंखाड़ के कारण इस तरफ कोई आता-जाता भी नहीं। स्वास्थ्य विभाग की इसी लापरवाही का नतीजा है जो इलाके में झोलाछाप डाक्टरों की बाढ़ आ गई है। हर गांव में एक-दो ऐसे लोग मिल जाएंगे, जो टेबल-कुर्सी लगाकर ग्रामीणों को नीली-पीली गोलियां बांट रहे हैं।
उप स्वास्थ्य केंद्र कुकुरहटा के संबंध में सीएचसी अधीक्षक कोरांव से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। गौरतलब है कि कोरांव के महिला अस्पताल की हालत इससे भी बद्तर है। इसकी शिकायत सांसद ने की थी। इस पर बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग ने भवनकी जांच करने केलिए एक टीम भेजी थी।