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G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया रवाना हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली (the live ink desk). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) सोमवार को G20 के शिखर सम्मेलन (G20 summit) में भाग लेने के लिए इंडोनेशियाई शहर बाली (Indonesian city Bali) के लिए रवाना हो गए। प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- मैं G20 शिखर सम्मेलन (G20 summit) में भाग लेने के लिए बाली रवाना हो रहा हूं। यह शिखर सम्मेलन सालाना होता है। G20 दुनिया की 19 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाला समूह है।

बाली में (Bali) इस बार का शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है, जब दुनिया रूस-यूक्रेन युद्ध से जार-बेजार है। इस शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो समेत दुनिया के 19 देशों के राष्ट्राध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि इस सम्मेलन में एकत्र हो रहे हैं।

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इस बार के सम्मेलन में खाद्यान्न संकट सबसे प्रमुख समस्या के रूप में दुनिया के सामने आया है। गौरतलब है कि G20 ग्रुप ऑफ ट्वेंटी दुनिया की 19 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का समूह है, जिसके नेता दुनिया की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए और अन्य गंभीर विषयों पर बातचीत करने के लिए सालाना एकत्रित होते हैं। हर साल होने वाला यह शिखर सम्मेलन 2008 की आर्थिक मंदी के बाद शुरू किया गया था। यह सम्मेलन आर्थिक मामलों पर एक दूसरे का सहयोग करने का प्रमुख मंच भी है।

मालूम हो कि दुनिया का 85 प्रतिशत आर्थिक उत्पादन और 75 प्रतिशत व्यापार इन्हीं देशों के बीच होता है। यही नहीं, दुनिया की दो-तिहाई आबादी भी जी 20 देशों में ही रहती है। इस समूह में यूरोपीय संघ सहित 20 देश शामिल हैं।

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प्रत्येक वर्ष G20 समूह का अध्यक्ष अलग देश होता है, जो देश इसकी अध्यक्षता करता है। वही अपनी सुविधा के अनुसार उसका एजेंडा भी तय करता है। इस साल सम्मेलन का अध्यक्ष इंडोनेशिया है। वह चाहता है कि इस बार के सम्मेलन में अक्षय ऊर्जा पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। इस साल के G20 शिखर सम्मेलन में देशों के बीच का राजनीतिक तनाव हावी रह सकता है।

इस साल फरवरी में रूस के द्वारा युक्रेन पर किए गए आक्रमण के बाद दुनिया के सामने नई आर्थिक चुनौतियां आई हैं। इसलिए संभव है कि रूस-यूक्रेन युद्ध भी इस G20 सम्मेलन में हावी रह सकता है। इसके अतिरिक्त अमेरिका-चीन तनाव दुनिया भर में बढ़ रही महंगाई, दुनिया के सामने बढ़ रहा मंदी का खतरा, उत्तर कोरिया की परमाणु धमकी, जलवायु परिवर्तन, खाद्यान्न संकट, अक्षय ऊर्जा और ऊर्जा संकट जैसे गंभीर विषयों पर भी बातचीत हो सकती है।

इंडोनेशियाई शहर बाली यूं तो शांत शहर है, लेकिन इस बार का G20 शिखर सम्मेलन बेहद तनावपूर्ण माहौल में हो रहा है। वहीं इंडोनेशिया की सरकार ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन इस सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहे हैं। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 से 16 नवंबर के बीच बाली में ही रहेंगे। इस दौरान विभिन्न राष्ट्रों के अध्यक्षों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हो सकती है। इसमें अमेरिका-चीन, चीन-भारत, अमेरिका-सऊदी अरब, भारत-ब्रिटेन के बीच बातचीत की संभावना है।

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