अंबेडकर जयंतीः बच्चों को शिक्षित करने के लिए चला महा अभियान
विकास खंड डीघ में बीईओ की अगुवाई में 20 बच्चों को करवाया गया नामांकन
बीआरसी में शिक्षकों ने की बैठक, नये नामांकन को लेकर शिक्षकों को दी गई जानकारी
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). डा.बीआर अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह के द्वारा नामांकन का महाअभियान चलाया गया, जिसमें बेसिक शिक्षा के सभी टीचर्स, एआरपी, एसआरजी और अधिकारियों ने क्षेत्र भ्रमण किया।
बीईओ डीघ फ़राह रईस द्वारा अभियान के तहत एक विद्यालय में 20 बच्चों का नामांकन कराया गया। एनपीआरसी बरीपुर में कई क्षेत्र में खंड शिक्षा अधिकारी डीघ द्वारा घर-घर जाकर नामांकन अभियान चलाया गया। इसी क्रम में कंपोजिट स्कूल बारीपुर के समस्त स्टाफ ने भी साथ में भ्रमण कर लगभग 20 बच्चों का नामांकन किया।
खंड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में ब्लॉक संसाधन केंद्र डीघ में कक्षा एक के कक्षा अध्यापकों के साथ बैठक की गई, जिसमें नये सत्र के आरंभ पर विद्यालय में होने वाली गतिविधियों पर चर्चा की गई। कक्षा एक के नये नामांकन, स्कूल रीडिनेस और चहक प्रोग्राम एवं विद्याप्रवेश के संबध में सहायक अध्यापकों का उन्मुखीकरण किया गया।
नौ भाषाओं के ज्ञाता डॉ. भीमराव अंबेडकर और स्त्री सशक्तिकरण |
इसी क्रम में भारत रत्न प्रथम कानून मंत्री डा. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के पुण्य अवसर पर आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय ज्ञानपुर में “ज्ञानंजलि ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सुबह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह के विशेष आदेश के अनुपालन में स्कूल चलो अभियान रैली का संचालन किया गया। रैली डायट परिसर, हॉस्टल चौराहा, पटेल नगर, छोटी जोरई, अडारे पर होते हुए विद्यालय परिसर में सभा में परिवर्तित हो गई।
रैली में शामिल शिक्षकों व बच्चों ने शिक्षा के लिए प्रेरित करने वाले नारे लगाकर आमजन को प्रोत्साहित किया। हर घर दस्तक देकर छह से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों का नामांकन सुनिश्चित किया गया। ज्ञानंजलि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रमेशचंद्र यादव दादा ग्राम प्रधान जोरई व सूर्यमणि दुबे पूर्व ग्राम प्रधान जोरई ने भारत रत्न डा. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किय़ा।
शिक्षक मानिकचंद्र यादव ने डा. अंबेडकर की जीवनी प्रकाश डालते हुए कहा कि डा. अंबेडकर ने अपनी विद्वता के बल पर विश्व के सबसे बड़े और सबसे सफल संविधान की रचना की, जिसको आत्मसात कर हम विश्व में अपने देश का परचम लहरा रहे हैं। आज, हम विश्व के अग्रणी देशों के साथ कदमताल कर रहे हैं, पर अभी भी हमें बहुत आगे जाना बाकी है, जिसे हम डा. अंबेडकर के बताए पथ पर चलकर ही प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, जब तक सभी शिक्षित नहीं हो जाते, तब तक देश पुनः विश्व गुरु नहीं बन सकता है। सभी को शिक्षित करने के लिए समग्र प्रयास की आवश्यकता है। आमजन, खासजन, डॉक्टर, इंजीनियर, एडवोकेट, अधिकारी, नेता, अभिभावक के साथ हम शिक्षक को विशेष प्रयास करने की जरूरत है। खासतौर पर पिछड़े वर्ग के बच्चों व उनको शिक्षित करने की जिम्मेदारी उठाये सरकारी विद्यालयों को विशेष सहयोग करने की जरूरत है।
इसी कड़ी में ग्राम प्रधान रमेशचंद्र यादव ने कहा कि शिक्षा के बिना समुचित विकास संभव नहीं है। पूर्व प्रधान सूर्यमणि दुबे ने कहा कि शिक्षा ही सभी को समभाव दिला सकती है। राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक अखिलेश कुमार ने कहा कि सभी को शिक्षित करने के लिए हम शिक्षकों को विशेष प्रयास करने की जरूरत है।
टापर छात्र-छात्राओं को इनाम देकर प्रोत्साहित कियाः शिक्षक मानिक चंद्र यादव ने कक्षा एक से आठ तक के कक्षा के टॉपर छात्र व छात्राओं को मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के कर कमलों से ट्रॉफी प्रदान कराकर उन्हें और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित किया, साथ ही समस्त बच्चों को कॉपी का सेट, पेन, पेंसिल, रबर, कटर प्रदान कर शिक्षण कार्य में तन, मन से लगने का आह्वान किया। कहा कि अभिभावक अपने पाल्यों को नियमित विद्यालय भेजें। बच्चों को निपुण बनाने की जिम्मेदारी विद्यालय की है। दावा किया कि नियमित विद्यालय आने वाले बच्चे अपने पिछली कक्षा का निपुण लक्ष्य प्राप्त भी कर लिए हैं।
जल्द खाते में भेजा जाएगा ड्रेस और जूता का पैसाः शिक्षक ने बताया कि सरकार द्वारा मुफ्त किताबें वितरित कर दी गई हैं, जल्द ही 1200 रुपये प्रत्येक बच्चे के लिए अभिभावक के खाते में दो सेट ड्रेस, जूता मोजा, बैग, स्वेटर , स्टेशनरी खरीदने के लिए भेजा जाएगा। आह्वान किया कि सभी अभिभावक मुफ्त गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए अपने पाल्यों का नामांकन सरकारी विद्यालयों में कराएं। इस अवसर पर जोहरा बानो, राज नारायण पाल, तेज बहादुर पाल, विमल कांत सहित भारी संख्या में अभिभावक व प्रभारी प्रधानाध्यापक सुभाषचंद्र, रीमा चौहान, पारुल पांडेय आदि उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार ने किया।