The live ink desk. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूक्रेन और रूस को संघर्ष को हल करने के तरीके खोजने होंगे। आश्वासन दिया कि भारत शांति लाने के सभी प्रयासों में मदद के लिए तैयार है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की के साथ वार्ता के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने शांति प्रयासों के लिए योजना बनाई है। भारत का दृष्टिकोण जन-केंद्रित रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान कभी भी युद्ध से नहीं होता है। संवाद और कूटनीति से ही इस तरह की समस्याओं से निकलने का रास्ता निकलता है। मोदी ने युद्ध के प्रारंभिक चरण के दौरान भारतीय नागरिकों और छात्रों को निकालने में मदद के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत हरसंभव मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
पीएम ने कहा, भारत संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है। शुक्रवार को यूक्रेन के कीव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक भी हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों पर चर्चा की और आपसी हित के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर विचार किया। इस दौरान चार समझौते हुए।
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित क्षेत्रीय अखंडता और राज्यों की संप्रभुता के सम्मान जैसे अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को बनाए रखने में सहयोग के लिए सहमति व्यक्त की। दोनों देशों ने रक्षा संस्थाओं के बीच संबंधों को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा
दूसरी तरफ, यूक्रेन ने मानवीय सहायता के लिए भारत का आभार व्यक्त किया, साथ ही आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा की। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार का आह्वान किया। यूक्रेन ने संशोधित और विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता के लिए अपना समर्थन दोहराया।
विशेष ट्रेन से कीव पहुंचे नरेंद्र मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी विशेष ट्रेन से पोलैंड से कीव पहुंचे। कीव पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ कीव में यूक्रेन के राष्ट्रीय इतिहास संग्रहालय में बच्चों पर मल्टीमीडिया मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी का दौरा किया।
बच्चों की प्रदर्शनी देख भावुक हुए पीएम
संघर्ष के दौरान काल कवलित हुए बच्चों की याद में लगाई गई प्रदर्शनी से प्रधानमंत्री मोदी प्रभावित हुए। उन्होंने इस क्षति पर दुख व्यक्त किया और उनके सम्मान और स्मृति में एक खिलौना रखा। 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध शुरू होने के बाद से यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है।
जेलेंस्की के साथ हुई सार्थक बातचीत
पोलैंड के बाद यूक्रेन के कीव पहुंचे नरेंद्र मोदी ने कहा, यूक्रेन दौरा ऐतिहासिक था। सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वह दोनों देशों की मित्रता को बढाने के उद्देश्य से आए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ सार्थक बातचीत हुई। भारत का दृढ़ विश्वास है कि शांति हमेशा बनी रहनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन की सरकार और लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया।