पोलैंड की राजधानी वारसॉ में भारतीय समुदाय से मुखातिब हुए प्रधानमंत्री
The live ink desk. पोलैंड और यूक्रेन के अपने दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोलैंड की राजधानी वारसा में भारतीय समुदाय से मुलाकात की। उन्हे संबोधित किया।
पीएम ने कहा कि आपके इस स्वागत के लिए मैं बहुत आभारी हूं। भारतीय मीडिया में बताया जा रहा है कि 45 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री पोलैंड आया है, बहुत सारे अच्छे काम हमारे ही नसीब में लिखे हैं।
रूस और यूक्रेन के युद्ध पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत महात्मा बुद्ध की विरासत वाली धरती है। हम युद्ध पर नहीं शांति पर भरोसा करते हैं। भारत अपने मित्र रूस और यूक्रेन क्षेत्र में भी शांति का पैरोकार, समर्थक है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत का मत स्पष्ट है, यह युद्ध का युग नहीं है। यह उन चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट होने का समय है, जिनसे मानवता को सबसे बड़ा खतरा है। इसलिए भारत कूटनीति और बातचीत पर बल दे रहा है।
पीएम मोदी यूरोपीय देश पोलैंड की यात्रा के बाद दूसरे चरण में यूक्रेन जाएंगे। कोई भारतीय प्रधानमंत्री तीन दशक के बाद यूक्रेन की यात्रा करने जा रहा है।
कोल्हापुर मेमोरियल पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी
वारसॉ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोल्हापुर मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्मारक कोल्हापुर के शाही परिवार को एक श्रद्धांजलि है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विस्थापित पोलिश महिलाओं और बच्चों को आश्रय देने में यह शाही परिवार सबसे आगे था। छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों से प्रेरित होकर, कोल्हापुर के महान शाही परिवार ने यह सुनिश्चित किया कि पोलिश महिलाएं और बच्चे सम्मान के साथ रह सकें।
पोलैंड में डोबरी महाराज के नाम से प्रसिद्ध
इसी क्रम में नरेंद्र मोदी ने वारसॉ में ही नवानगर के जाम साहब स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। जाम साहब स्मारक में दिग्विजय सिंह, रणजीत सिंह जडेजा के मानवीय योगदान पर प्रकाश डाला गया है। द्वितीय विश्व युद्ध के कारण बेघर हुए पोलिश बच्चों को आश्रय देने के लिए जाम साहब को पोलैंड में डोबरी महाराजा के नाम से याद किया जाता है।