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पुलिस भर्ती परीक्षाः दूसरे दिन 3,06,233 अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा

संदिग्ध मिले 72 परीक्षार्थी,  पहले दिन 1,71,165 अभ्यर्थियों ने नहीं दिया था एग्जाम

लखनऊ/प्रयागराज/भदोही. पुलिस भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन प्रदेशभर में कुल 3,06,233 अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी। दूसरे दिन कुल अभ्यर्थियों की संख्या 9,63,676 थी। जबकि 6,57,433 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने एग्जाम सेंटर तक पहुंचे। दूसरे दिन 72 परीक्षार्थी संदिग्ध पाए गए। इसके सापेक्ष पहले दिन कुल 1,71,165 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी थी।

24 अगस्त को दूसरे दिन की परीक्षा में प्रथम पाली में 4,81,838 और दूसरी पाली में 4,81,838 अभ्यर्थी शामिल किए गए थे। इसके सापेक्ष कुल 8,24,573 ने परीक्षा के लिए प्रवेशपत्र डाउनलोड किया था। प्रथम पाली में कुल 3,21,322 अभ्यर्थी तो दूसरी पाली में 3,36,121 अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे।

यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पहले दिन लगभग 21% अभ्यर्थी परीक्षा में शामिलन हीं हुए थे। यह संख्या 1,71,165 है। इस दौरान कुल 61 परीक्षार्थी संदिग्ध पाए गए थे। 23 अगस्त को हुई इस परीक्षा के प्रथम पाली में 4,09, 720 तो दूसरी पाली में 3,21,265 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

पुलिस भर्ती परीक्षा को निर्विघ्न और नकलविहीन संपन्न कराने के लिए शासन-प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। परीक्षा केंद्रों पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से प्रत्येक कक्ष की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा प्रश्नपत्र को भी परीक्षा शुरू होने से महज एक घंटा पहले ही परीक्षा केंद्र परभेजा जा रहा है। इसके अलावा E-KYC और बॉयोमैट्रिक सत्यापन के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जा रहा है।

यह परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को दो पालियों में संपन्न कराई जा रही है। 60,244 पदों के लिए हो रहे एग्जाम में सूबे के 67 जिलों के 1174 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक दिन 9.5 लाख अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए अनुमति दी जा रही है। परीक्षा दो घंटे की होरही है, इसमें पांच मिनट का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है।

पूरी परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने केलिए डीजीपी स्वयं मानीटरिंग कर रहे हैं। इसके अलावा 2300 मजिस्ट्रेट, 25,000 पुलिसकर्मी तैनात  किए गए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही बनने के लिए 6.5 लाख गैर प्रांतीय युवाओं ने आवेदन किया है। परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों की पहचान केलिए एआई तकनीक की भी मदद ली जा रही है। इसके अलावा STF, पुलिस, क्राइम ब्रांच समेत अन्य एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हैं।

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