प्रयागराज (आलोक गुप्ता). लालापुर थाना क्षेत्र के चिल्ला की रहने वाली अंजना (35) ने अपनी दो बेटियों समीक्षा (5) और स्वेच्छा (3) के साथ सारनाथ एक्सप्रेस के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। सोमवार की शाम पांच बजे जसरा रेलवे स्टेशन पर घटी इस घटना से हड़कंप मच गया। खबर लगते ही जीआरपी के साथ ही मृतका के परिजन मौके पर पहुंचे।
शव की शिनाख्त के बाद जीआरपी ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर चीरघर भेजा। समाचार लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि अंजना ने सामूहिक आत्महत्या क्यों की। मृतका का पति इस समय मुंबई में है, उसे खबर दे दी गई है।
घूरपुर थाना क्षेत्र के जसरा रेलवे स्टेशन (फाटक के पास) पर हुई इस घटना की जानकारी होने पर मौके पर लोगों का काफी देर तक मजमा लगा रहा। सूचना पर मुकामी थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी।
जानकारी के मुताबिक लालापुर थाना क्षेत्र के चिल्ला की रहने वाली अंजना यादव (35) पत्नी टुनटुन यादव का मायका चित्रकूट जनपद के मऊ में है। उसका पति टुनटुन यादव रोजी-रोटी के सिलसिले में मुंबई में रहता है। इस समय वह मुंबई में ही है, जबकि अंजना अपनी दो बेटियों चार-पांच वर्ष की क्रमशः समीक्षा और स्वेच्छा के साथ चिल्ला में ससुराली परिजनों के साथ रहती थी।
मृतका अंजना के ससुर रामकैलाश ने बताया कि सोमवार को दोपहर एक बजे वह दोनों बेटियों को साथ लेकर घर से यह कहकर निकली की वह मायके जा रही है। इसके बाद देर शाम उन्हे जसरा स्टेशन पर हुए दर्दनाक हादसे की जानकरी मिली। हादसे की सूचना पर जीआरपी प्रभारी वीरेंद्र प्रताप सरोज व घूरपुर प्रभारी केशव वर्मा भी मौके पर पहुंच गए थे।
बताया जाता है कि सोमवार दोपहर एक बजे घर से निकलने के बाद अंजना यादव दोनों बेटियों को लेकर जसरा स्टेशन पहुंच गई। खास बात यह है कि जसरा स्टेशन से मऊ की तरफ कोई रेलगाड़ी नहीं जाती। स्टेशन पर पहुंचने के बाद अंजना ने पानी और बिस्किट खरीदा, बेटियों समीक्षा और स्वेच्छा के साथ बिस्किट खाकर पानी पीया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस दौरान वह बार-बार मोबाइल देख रही थी।
जसरा रेलवे स्टेशन पर बिताए चार घंटे
शाम के पांच बजे प्रयागराज से चलकर सतना की तरफ जाने वाली सारनाथ एक्सप्रेस के आने का सिग्नल हुआ और सारनाथ एक्सप्रेस जैसे ही जसरा स्टेशन के नजदीक आई। चार घंटे स्टेशन पर बिताने के बाद अंजना अपनी बेटियों कोलेकर जसरा स्टेशन के दक्षिण तरफ (शंकरगढ़ की साइड) आगे बढ़ने लगी और जैसे ही सारनाथ एक्सप्रेस का इंजन प्लेटफार्म के आखिरी छोर पर पहुंचा, अंजना ने दोनों बेटियों के साथ रेलवे ट्रैक पर छलांग लगा दी। लोको पायलट को जब तक कुछ समझ में आता, तीनों ट्रेन की चपेट में आ चुकी थीं।
जीआरपी ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
शाम 5.10 बजे हुई इस घटना की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। मौके पर स्टेशन अधीक्षक के साथ जीआरपी व मुकामी पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। शिनाख्त होने केपश्चात अंजना के ससुर को सूचना दी गई। प्राथमिक छानबीन करने के बाद जीआरपी ने तीनों शवों को कब्जे में लेते हुए चीरघर भेज दिया है। घटना की जानकारी मृतका के पति को भेज दी गई है। अंजना ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया, यह साफ नहीं हो सका।
सात वर्ष पहले हुआ था अंजना का विवाह
बेटियों के साथ सामूहिक आत्महत्या करने वाली अंजना का मायका चित्रकूट के मऊ, गुरदरी में है। पखवाराभर पहले ही टुनटुन यादव अपनी पत्नी अंजना व बेटियों को मायके से लेकर घर आया था। पत्नी व बेटियों को घर छोड़ने के बाद वह कमाने के लिए मुंबई चला गया। अंजना का विवाह टुनटुन के साथ अब से सात वर्ष पहले हुआ था। ससुर रामकैलाश ने बताया कि विवाह के बाद से ही अंजना ससुराली परिजनों से अलग रहने लगी थी।
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