शिया समुदाय और सुन्नत जमात का एक फिरक़ा 17 जून को तो सुन्नत जमात का एक फिरक़ा 18 जून को मनाएगा ईद उज़ ज़ुहा
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). ईद उज़ ज़ुहा यानी इस्लामिक माह जिलहिज्जा के चांद को लेकर इस बार भी विरोधाभास के कारण 17 जून व 18 जून, दो दिन ईद ए क़ुरबां का पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार 29 ज़ीक़ाद को शिया मरकज़ी चांद कमेटी लखनऊ के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नक़वी ने चांद की तस्दीक़ कर दी तो वहीं प्रयागराज की मरकज़ी चांद मजलिस रुयते हेलाल जामा मस्जिद हज़रत मौलाना शाह वसी उल्ला के सेक्रेटरी अहमद मकीन मज़ाहरी ने भी शुक्रवार को चांद देखे जाने और 17 जून को ईद उज़ ज़ुहा मनाए जाने की घोषणा की।
वहीं सुन्नत जमात के बड़े तबके की ओर से शुक्रवार को चांद के दीदार न होने की बात कही गई। शनिवार को चांद की तस्दीक़ हुई तो रविवार को जिलहिज्जा की पहली के ऐतबार से 18 जून को सुन्नत जमात का बड़ा तबक़ा ईद उज़ ज़ुहा मनाएगा।
उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी ने बताया कि इस बार ईद उल फित्र की तरह ईद उज़ ज़ुहा भी दो दिन 17 व 18 जून को मनाया जाएगा। ईदगाह, जामा मस्जिद सहित सभी छोटी बड़ी मस्जिदों में तय समय पर ईद उज़ ज़ुहा की विशेष नमाज़ अता की जाएगी। वहीं हर साहिबे हैसियत लोगों द्वारा क़ुर्बानी के फ़राज़ भी अंजाम दिए जाएंगे।
कुर्बानी की नुमाइश से करें परहेज
उम्मुल बनींन सोसायटी, हसनी हुसैनी फाउंडेशन, शिया-सुन्नी इत्तेहाद कमेटी, मोहर्रम कमेटी व शहरभर की सभी मातमी अंजुमनों की ओर से अपील की गई है कि क़ुर्बानी के जानवर की न तो नुमाइश करें और न ही दिखावे के लिए सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करें। हसनी हुसैनी फाउंडेशन के अध्यक्ष वज़ीर खान ने कहा दिखावा अल्लाह को हरगिज़ पसंद नहीं।
उम्मुल बनींन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी ने कहा खुले स्थान पर क़ुर्बानी न करें और न ही जानवरों के अवशेष को सड़कों व गलियों में फेंके। ज़िबहा जानवर के अवशेष को गड्ढे में दफ्न करना सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है, ताकि क़ुर्बानी के जानवर पर पढ़ी जाने वाली क़ुरआन की आयतों की बेहुरमती भी न हो और अवशेष से आस पास दुर्गंध भी न फैलने पाए।
24 घंटे बिजली और पानी की मांग
शिया सुन्नी इत्तेहाद कमेटी के अध्यक्ष किताब अली, सचिव काशान सिद्दीकी, पार्षद अब्दुल समद, पार्षद रमीज़ अहसन, पार्षद फसाहत हुसैन, पूर्व पार्षद अनीस अहमद ने भी लोगों से अपील करते हुए ईद उज़ ज़ुहा के पर्व पर आपसी समझ-बूझ का परिचय देते हुए शासन प्रशासन को पूरा सहयोग देने और नगर निगम से मस्जिदों व नमाज़ अता की जाने वाले स्थानों पर समुचित सफाई व्यवस्था व चूना छिड़काव, 24 घंटे जलापूर्ति व बिजली सप्लाई देने की मांग की है।
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